लंबे समय से लंबित फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (FNG) एक्सप्रेसवे परियोजना, जो 13 वर्षों से रुकी हुई थी, अब प्रगति की उम्मीद कर रही है। नोएडा प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग (PWD) इन मुद्दों पर फिर से चर्चा कर रहे हैं। 56 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे, जिसमें नोएडा का 23 किलोमीटर हिस्सा शामिल है, अंतर-शहर संपर्क में सुधार करेगा। अधिकारियों ने कार्यान्वयन योजना में बदलाव करने पर विचार किया है। नई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) अधूरे खंडों के लिए संभावित मार्गों का प्रस्ताव करती है, जिसकी अंतिम पसंद अनुमोदन पर निर्भर है। परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा यमुना नदी पर एक छह-लेन का पुल है, जो नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ेगा। पुल के निर्माण पर लगभग 200 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है और इसे हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें मिलकर फंड करेंगी। नोएडा भी FNG मार्ग को बेहतर बनाने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार कर रहा है, जिसमें एक एलिवेटेड रोड और दो अंडरपास शामिल हैं। इस परियोजना से 30 से अधिक सेक्टरों और 1,000 से अधिक उद्योगों को लाभ होने की उम्मीद है, जिससे NCR क्षेत्र में यातायात की समस्या का समाधान होगा।
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