बिग बॉस 19 के चर्चित प्रतियोगी और सोशल मीडिया स्टार मृदुल तिवारी ने हाल ही में उज्जैन की पावन भूमि पर माथा टेका है। 20 नवंबर को उज्जैन पहुंचे मृदुल ने बाबा महाकालेश्वर के दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। यह पहली बार नहीं है जब मृदुल ने महाकाल का आशीर्वाद लिया हो; उन्होंने बताया कि बिग बॉस के घर में प्रवेश करने से पहले भी उन्होंने उज्जैन आकर बाबा महाकाल से मन्नत मांगी थी, और अब शो से बाहर आकर, वे एक बार फिर इस तीर्थस्थल पर अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने आए हैं।
अपने बिग बॉस के सफर को याद करते हुए, मृदुल ने इसे एक “अद्भुत और सीखने वाला अनुभव” बताया। उन्होंने कहा, “बिग बॉस में बिताया हर पल यादगार रहा। मुझे दर्शकों से जो प्यार और सम्मान मिला, वह मेरी कल्पना से परे है। 80 दिनों के बाद जब मैं घर से बाहर आया, तो मुझे ऐसा लगा जैसे लोगों का मुझ पर भरोसा और भी मजबूत हो गया हो। वे कहते थे कि मैं बिल्कुल वैसा ही हूँ जैसा वे मुझे अंदर भेजते समय उम्मीद कर रहे थे।”
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भले ही कुछ दर्शकों को लगता हो कि उन्हें टीवी पर कम दिखाया गया, लेकिन उनके मूल्यों और व्यवहार पर किसी को आपत्ति नहीं थी। “यह मायने रखता है कि मैंने कभी किसी को ठेस नहीं पहुँचाई और अपने सिद्धांतों पर अडिग रहा। यही मेरी पहचान है और हमेशा रहेगी। मैं यही कहना चाहता हूँ कि मैं कभी बदला नहीं हूँ और न ही भविष्य में बदलूँगा। चाहे कितनी भी ऊँचाइयाँ छू लूँ, मैं हमेशा आप सबका अपना भाई बना रहूँगा।”
मृदुल तिवारी के लिए उज्जैन सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि एक “आध्यात्मिक मुख्यालय” है। उन्होंने बताया कि उन्हें यहीं से वह शक्ति और प्रेरणा मिलती है जो जीवन की सफलताओं का मार्ग प्रशस्त करती है। “उज्जैन मेरे लिए किसी ‘हेड ऑफिस’ से कम नहीं है। यहाँ आकर मुझे हमेशा एक सुरक्षात्मक और मार्गदर्शक ऊर्जा का अनुभव होता है। मैं पूरी तरह से मानता हूँ कि मेरे जीवन की हर अच्छी चीज बाबा महाकाल की कृपा का परिणाम है।” उन्होंने आगे कहा, “जब भी मैं मुश्किल में होता हूँ, वे मेरा हाथ थाम लेते हैं। महाकाल के साथ मेरा रिश्ता बहुत खास है।”
उन्होंने यह भी साझा किया कि महाकाल के आशीर्वाद और बिग बॉस के अनुभव के बाद उनके सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। “मेरा मानना है कि यह सब विश्वास की शक्ति है। जो लोग मुझसे भावनात्मक रूप से जुड़े हैं, वे इस बात को समझते हैं। मेरे जीवन में जो भी सकारात्मक परिवर्तन आता है, वह बाबा महाकाल की ही देन है।” मृदुल तिवारी का इरादा भविष्य में भी उज्जैन की यात्रा जारी रखने का है ताकि वे इस आध्यात्मिक ऊर्जा का निरंतर अनुभव करते रहें।
