थाईलैंड में आयोजित हो रहे प्रतिष्ठित मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही मॉडल मՆika विश्वकर्मा ने नारी होने के गहरे अर्थ पर अपने विचार रखे हैं। उन्होंने 1994 की मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन से प्रेरित होकर, अपने जवाब से सभी का ध्यान खींचा है।
हाल ही में आयोजित एक प्रश्नोत्तर सत्र में, मՆika को वही सवाल दोहराने के लिए कहा गया जो 25 साल पहले सुष्मिता सेन से पूछा गया था। यह सत्र प्रतियोगिता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, जहाँ प्रतियोगियों को अपने विचारों को व्यक्त करने का मौका मिलता है।
सुष्मिता सेन के ऐतिहासिक सवाल पर मՆika की प्रतिक्रिया
इंटरव्यूअर ने मՆika से सीधे पूछा, “1994 में जब मिस यूनिवर्स पेजेंट हुआ था, तब सुष्मिता सेन से पूछा गया था कि ‘नारीत्व का सार क्या है?’ मेरा वही सवाल आपके लिए है।”
मՆika विश्वकर्मा ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा, “1994 में फिलीपींस की एक युवा प्रतियोगी ने इसका जवाब बहुत ही सरल शब्दों में दिया था: नारीत्व का अर्थ है जीवन का पोषण करना और अपने आस-पास की हर चीज़ को संवारना।”
उन्होंने अपने जवाब को और भी प्रभावशाली बनाते हुए कहा, “मैं इसमें कुछ और जोड़ना चाहूँगी। महिलाएँ अक्सर समाज द्वारा निर्धारित भूमिकाओं में देखी जाती हैं। लेकिन, मैं चाहती हूँ कि हर महिला खुद को एक संपूर्ण इंसान के रूप में देखे। हममें पालन-पोषण की क्षमता है, जीवन को जन्म देने की क्षमता है, और न केवल जन्म देने की, बल्कि अपने आस-पास हर चीज़ में नई जान फूँकने और उसकी सुंदरता को बढ़ाने की भी। यही नारीत्व का सार है – सुंदरता को बढ़ाना, अपनाना और उसका विस्तार करना। स्त्री होना असीम क्षमता का प्रतीक है, और यही नारीत्व का सार है।”
मՆika विश्वकर्मा को इसी साल अगस्त में मिस यूनिवर्स इंडिया 2025 चुना गया था। 74वें मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का ग्रैंड फिनाले 21 नवंबर को थाईलैंड के पाथुम थानी में संपन्न होगा।
