बॉलीवुड के चमक-दमक भरे संसार में, कुछ ही सितारे ऐसी असाधारण यात्राएं करते हैं जैसी आयुष्मान खुराना की है। एक साधारण परिवार से आने वाले इस कलाकार ने बचपन की मुश्किलों को अपनी सफलता की सीढ़ी बनाया। कॉलेज के समय, पैसे की तंगी को दूर करने के लिए, वे अपने दोस्तों के साथ ‘वेस्टर्न एक्सप्रेस’ ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए गाना गाते थे। इस तरह वे हर कोच में परफॉर्मेंस देकर यात्रा का खर्च निकालते थे।
कठोर पिता और बचपन की यादें
उन्होंने एक ऐसे पिता के साथ अपना बचपन बिताया जो बेहद अनुशासित थे और अक्सर गलतियों पर शारीरिक दंड देते थे। ‘ऑनेस्टली स्पीकिंग’ नामक पॉडकास्ट में उन्होंने खुलासा किया कि कैसे इस माहौल में भी उन्होंने अपनी कलात्मकता और जुझारूपन को बनाए रखा।
प्रेम कहानी और शादी
16 साल की उम्र में, आयुष्मान का दिल एक सहपाठी पर आ गया। भले ही करियर की ऊंचाइयों ने उन्हें कुछ समय के लिए दूर कर दिया, लेकिन उनका प्यार फिर परवान चढ़ा और 2008 में उन्होंने शादी कर ली। यह प्रेम कहानी आज भी कायम है, जो उनके जीवन का एक अहम हिस्सा है।
बॉलीवुड का सफर और गायन
फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखना उनके लिए आसान नहीं था। कई बड़े निर्देशकों और निर्माताओं से मिलने की कोशिशें नाकाम रहीं। लेकिन उनकी लगन रंग लाई और उन्होंने एक ऐसी फिल्म से डेब्यू किया जिसने अपनी अनूठी कहानी और संवेदनशीलता से दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया। अभिनय के साथ-साथ, आयुष्मान एक बेहतरीन गायक भी हैं। ‘पानी दा रंग’, ‘सद्दी गली’, ‘नयना दा क्या कसूर’ जैसे उनके गाने काफी लोकप्रिय हुए हैं। उनका यह दोहरा हुनर उन्हें इंडस्ट्री में एक खास पहचान दिलाता है।
सफलता और खास कंटेंट वाली फिल्में
आज, आयुष्मान खुराना बॉक्स ऑफिस पर एक भरोसेमंद नाम हैं। वे ऐसी फिल्में चुनते हैं जो मनोरंजन के साथ-साथ समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी प्रकाश डालती हैं। उनकी झोली में कई 100 करोड़ क्लब में शामिल होने वाली फिल्में हैं। दो साल के लंबे इंतजार के बाद, वह ‘डॉक्टर जी’ के साथ दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए तैयार हैं, जो एक चर्चित हॉरर-कॉमेडी फ्रेंचाइजी का हिस्सा है।
आयुष्मान खुराना, चंडीगढ़ के वो सितारे हैं जिनकी कहानी वाकई प्रेरणादायक है।
