नई दिल्ली: मराठी मनोरंजन जगत की जानी-मानी अभिनेत्री रुचिता जाधव ने हाल ही में हुए पोवाई बंधक संकट में अपनी बाल-बाल बची जान का किस्सा सुनाया है। यह घटना रोहित आर्य नामक एक शख्स से जुड़ी है, जिसने कथित तौर पर फिल्म ऑडिशन के बहाने 17 बच्चों सहित 18 लोगों को पोवाई के एक स्टूडियो में बंधक बना लिया था।
रुचिता जाधव ने खुलासा किया है कि आरोपी रोहित आर्य ने अक्टूबर माह में उनसे एक फिल्म के सिलसिले में संपर्क किया था। फिल्म का विषय ‘बंधक बनाने’ की स्थिति पर आधारित था। आर्य ने उन्हें उसी आर.ए. स्टूडियो में आने का निमंत्रण दिया था, जहाँ यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।
सोशल मीडिया पर साझा किए चैट
अभिनेत्री ने सोशल मीडिया पर रोहित आर्य के साथ अपनी बातचीत के कुछ स्क्रीनशॉट साझा किए हैं। उन्होंने बताया, ‘4 अक्टूबर को, रोहित आर्य नामक एक व्यक्ति ने मुझसे फिल्म के प्रोजेक्ट को लेकर बात की। उसने बताया कि कहानी बंधक बनाने की घटना पर आधारित है। एक कलाकार के तौर पर, मैं ऐसे विषयों को सुनने में दिलचस्पी रखती हूँ।’
आर्य ने रुचिता को 27, 28 या 29 अक्टूबर को मिलने के लिए कहा था। अभिनेत्री ने 28 अक्टूबर को आने की सहमति दी। 27 अक्टूबर को, आर्य ने उन्हें स्टूडियो का पता भेजा और अगले दिन मिलने का प्रस्ताव दिया। लेकिन, एक पारिवारिक मजबूरी के कारण, रुचिता को उस मुलाकात को रद्द करना पड़ा।
‘जब मैंने इस दिल दहला देने वाली घटना के बारे में टीवी पर देखा – और यह पता चला कि इसमें यही व्यक्ति शामिल था – तो मुझे डर का अहसास हुआ। मैं लगातार सोच रही हूं कि मैं कितनी भाग्यशाली रही कि उस दिन वहाँ मौजूद नहीं थी। मैं भगवान, अपने परिवार का आभार व्यक्त करती हूं, और मुझे विश्वास है कि कोई अदृश्य शक्ति मेरी रक्षा कर रही थी,’ उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा।
उन्होंने अपने प्रशंसकों को सलाह दी कि वे काम के सिलसिले में नए लोगों से मिलते समय हमेशा सतर्क रहें, क्योंकि ‘सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, भले ही सामने वाला व्यक्ति कितना भी सामान्य लगे’।
रोहित आर्य की मौत
मुंबई पुलिस के अनुसार, 30 अक्टूबर को हुई इस घटना में, रोहित आर्य ने एक एयर गन का इस्तेमाल कर बच्चों को बंधक बनाया था। पुलिस ने बताया कि आर्य ने लगभग आधे घंटे तक बच्चों को अपने कब्जे में रखा और इस दौरान उसने वीडियो रिकॉर्ड कर कुछ लोगों से बात करने की मांग की।
लंबी बातचीत की कोशिशों के बाद, पुलिस अधिकारियों ने स्टूडियो में धावा बोल दिया। इस दौरान आर्य घायल हो गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में पुलिस को शक है कि रोहित आर्य मानसिक रूप से परेशान था।
