प्रसिद्ध गायक लकी अली और अनुभवी गीतकार जावेद अख्तर के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। हाल ही में जावेद अख्तर का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह कथित तौर पर हिंदुओं को ‘मुसलमानों जैसा न बनने’ की सलाह देते सुने गए। इस पर लकी अली ने जावेद अख्तर को ‘ugly as f**k’ (अत्यधिक बदसूरत) कहकर कड़ी प्रतिक्रिया दी। बाद में, लकी अली ने अपने विवादास्पद बयान के लिए खेद जताया, लेकिन यह कहते हुए कि ‘राक्षसों की भी भावनाएं हो सकती हैं’, उन्होंने अपनी बात को अप्रत्यक्ष रूप से सही ठहराने की कोशिश की।
वायरल वीडियो में, जावेद अख्तर 1975 की फिल्म ‘शोले’ के एक दृश्य का जिक्र करते हुए कहते हैं कि आज के समय में ऐसा दृश्य बनाना संभव नहीं है। वह आगे कहते हैं, “मैंने राजू हिरानी और मैं पुणे में एक बड़े दर्शक वर्ग के सामने कहा था कि ‘मुसलमानों जैसा मत बनो। उन्हें अपने जैसा बनाओ। तुम मुसलमानों जैसे बन रहे हो’। यह एक त्रासदी है।” उनके इस बयान को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया गया और यह तेज़ी से फैल गया।
इस बयान से आहत होकर, लकी अली ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सीधे तौर पर जावेद अख्तर पर निशाना साधा। उन्होंने जावेद अख्तर की टिप्पणी पर एक पोस्ट पर जवाब देते हुए लिखा, “ugly as f**k’।
हालांकि, विवाद बढ़ने पर लकी अली ने अपने रुख को थोड़ा नरम किया। उन्होंने एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा, “मेरा कहने का मतलब था कि अहंकार बदसूरत होता है। यह मुझसे गलती से कहा गया था। राक्षसों की भी भावनाएं हो सकती हैं, और अगर मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो मैं माफी मांगता हूं।” उनकी इस माफ़ी के तरीके ने भी चर्चाओं को जन्म दिया है, जिसमें कुछ लोगों का मानना है कि वह पूरी तरह से अपने शब्द वापस नहीं ले रहे हैं।
यह पूरा मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें दोनों पक्षों के समर्थक अपनी-अपनी दलीलें पेश कर रहे हैं।