जावेद अख्तर ने अपनी 61 साल की मुंबई यात्रा को याद किया। 4 अक्टूबर 1964 को, जब वह 19 साल के थे, उनके पास केवल 27 पैसे थे। उन्होंने उस समय से लेकर आज तक के अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया है। जावेद अख्तर ने एक सफल लेखक, गीतकार और कवि के रूप में पहचान बनाई है। उनके काम को हमेशा सराहा गया है और उन्होंने भारतीय सिनेमा को समृद्ध किया है। उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान कई यादगार लम्हें और उपलब्धियां हासिल की हैं।
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