मशहूर हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक छन्नूलाल मिश्रा का गुरुवार को 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे टाइप-2 मधुमेह, कम हीमोग्लोबिन और गंभीर श्वसन संकट जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। बुधवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और गुरुवार की सुबह उनका निधन हो गया।
छन्नूलाल मिश्रा कौन थे?
1936 में जन्मे छन्नूलाल मिश्रा ने अपने पिता बद्री प्रसाद मिश्रा से संगीत सीखा। बाद में उन्होंने किराना घराने के उस्ताद अब्दुल घनी खान से शिक्षा प्राप्त की। वे स्वर्गीय पंडित अनोखेलाल मिश्रा के दामाद भी थे।
उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिनमें सुर सिंगार संसद का ‘शिरोमणि पुरस्कार’, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, यूपी सरकार का नौशाद पुरस्कार, यूपी का यश भारती पुरस्कार, भारत सरकार की संगीत नाटक अकादमी फेलोशिप, बिहार संगीत शिरोमणि पुरस्कार, पद्म भूषण और पद्म विभूषण शामिल हैं।
उनका अंतिम संस्कार वाराणसी में शाम 5 बजे होगा। उनकी बेटी ममता मिश्रा ने बताया कि पंडित छन्नूलाल मिश्रा को पिछले 17-18 दिनों से उम्र संबंधी बीमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उनके परिवार में एक पुत्र, जो तबला वादक रामकुमार मिश्रा हैं, और तीन बेटियां हैं।