बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता आशुतोष राणा ने टीवी9 भारतवर्ष के कार्यक्रम ‘भक्ति और शक्ति’ में शिरकत की। इस दौरान, उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों की यादों को ताज़ा किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने एक बार अपने दोस्त की पिटाई होने पर पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी थी। आशुतोष ने बताया कि कॉलेज के दिनों में वे राजनीति में सक्रिय थे और कई आंदोलनों में हिस्सा लेते थे।
उन्होंने कहा कि उनके घरवाले इस बात से चिंतित रहते थे कि कहीं वे परीक्षा में फेल न हो जाएं। हालांकि, जब वे प्रथम श्रेणी में पास हुए, तो उन्होंने ढोल-नगाड़ों के साथ अपनी मार्कशीट घर ले जाकर यह खुशी साझा की। आशुतोष ने बताया कि बुंदेलखंड में लड़कों और लड़कियों की परिभाषाएँ अलग होती हैं। उनके अनुसार, जो ‘लड़-लड़कर’ बड़ा हो वही लड़का और जो लड़ाई की कुंजी हो वही लड़की।