सुपरस्टार ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर की बहुचर्चित फिल्म ‘वॉर 2’ बड़े पर्दे पर रिलीज़ हुई, लेकिन दर्शकों को उम्मीद के मुताबिक़ मज़ा नहीं आया। भारी-भरकम बजट और YRF स्पाई यूनिवर्स के नाम के बावजूद, फिल्म कई कमियों के कारण दर्शकों को प्रभावित करने में असफल रही।
1. कहानी का अभाव: फिल्म की कहानी को बेहद कमज़ोर और पहले से अनुमान लगाने योग्य बताया गया। दर्शकों का कहना था कि फिल्म में एक्शन तो भरपूर था, लेकिन कहानी में कोई दम नहीं था। कहानी धीमी गति से आगे बढ़ती है और क्लाइमेक्स का अंदाज़ा भी पहले ही लग जाता है।
2. मुख्य किरदारों के बीच केमिस्ट्री की कमी: ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर को एक साथ देखने का इंतज़ार कर रहे दर्शकों को दोनों की जोड़ी के बीच अपेक्षित केमिस्ट्री नहीं मिली। दोनों अभिनेताओं को पर्याप्त स्क्रीन स्पेस नहीं मिला और उनके बीच के संवाद भी प्रभावी नहीं थे।
3. खराब विज़ुअल इफेक्ट्स: एक्शन दृश्यों में VFX का स्तर निराशाजनक रहा। बोट पर फिल्माए गए और हवा में होने वाले एक्शन सीन बनावटी लग रहे थे, जिससे ऐसा लगा कि दर्शक कोई वीडियो गेम देख रहे हैं।
4. लंबा रनटाइम और धीमी गति: फिल्म का रनटाइम लगभग 170 मिनट होने के कारण, यह दर्शकों के लिए एक समस्या बन गई। सेकंड हाफ में कहानी धीमी हो जाती है, जिससे यह महसूस होता है कि फिल्म को सिर्फ एक्शन दृश्यों को शामिल करने के लिए खींचा गया है।
5. इमोशनल जुड़ाव की कमी: YRF स्पाई यूनिवर्स की पिछली फिल्मों की तरह ‘वॉर 2’ दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ने में असफल रही। फिल्म में भावना की जगह एक्शन और शोर पर अधिक ध्यान दिया गया, जिससे कहानी का प्रभाव कमज़ोर हो गया।