वैजयन्ती माला, 50 के दशक की एक ऐसी खूबसूरत अदाकारा थीं, जिनकी अदाकारी के लाखों दीवाने थे। उन्होंने अपनी एक्टिंग और नृत्य से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। 13 अगस्त को वैजयन्ती माला का 92वां जन्मदिन है और इस अवसर पर, उनकी कुछ बेहतरीन फिल्मों पर नज़र डालते हैं।
वैजयन्ती माला ने 16 साल की उम्र में तमिल फिल्म ‘वाजकइ’ से अभिनय की शुरुआत की। उनकी पहली हिंदी फिल्म ‘बहार’ (1951) थी, जो हिट रही। इसके बाद, उन्होंने कई सफल फ़िल्में दीं, जिनमें से 5 फ़िल्में उनके करियर का महत्वपूर्ण हिस्सा रहीं और बॉक्स ऑफिस पर सफलता की मिसाल बनीं।
नागिन
‘नागिन’, जो 1954 में रिलीज़ हुई, के निर्देशक नंदलाल जसवंतलाल थे। फिल्म में प्रदीप कुमार और वैजयन्ती माला मुख्य भूमिकाओं में थे। इस फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन 1.5 करोड़ था और यह यूट्यूब पर मुफ्त उपलब्ध है।
नया दौर
‘नया दौर’, जो 1957 में रिलीज़ हुई, के निर्देशक और निर्माता बी. आर. चोपड़ा थे। फिल्म में दिलीप कुमार और वैजयन्ती माला ने मुख्य भूमिका निभाई। इस ब्लॉकबस्टर फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन 2.25 करोड़ था, और यह भी यूट्यूब पर मुफ्त में उपलब्ध है।
मधुमति
‘मधुमति’, जो 1958 में रिलीज़ हुई, के निर्देशक बिमल रॉय थे। दिलीप कुमार, वैजयन्ती माला और प्राण ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। इस फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन 2 करोड़ था, और यह यूट्यूब पर मुफ्त उपलब्ध है।
गंगा जमुना
1961 में रिलीज़ हुई ‘गंगा जमुना’ के निर्देशक दिलीप कुमार और नितिन बोस थे। दिलीप कुमार और वैजयन्ती माला ने फिल्म में मुख्य भूमिकाएँ निभाईं। इस फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन 3.50 करोड़ था, और यह यूट्यूब पर मुफ्त देखी जा सकती है।
संगम
‘संगम’, जो 1964 में रिलीज़ हुई, के निर्देशक और निर्माता राज कपूर थे। फिल्म में वैजयन्ती माला, राज कपूर और राजेंद्र कुमार ने अभिनय किया। यह एक प्रेम त्रिकोण पर आधारित थी और इसके गाने सुपरहिट हुए थे। इस फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन 4 करोड़ था, और यह यूट्यूब पर मुफ्त में उपलब्ध है।