फिल्म ‘मटेरियलिस्ट्स’ में डकोटा जॉनसन की भूमिका सराहनीय है, जो दर्शकों को अपनी ओर खींचती हैं। कहानी एक मैचमेकर के इर्द-गिर्द घूमती है, जो धनी लोगों के लिए संबंध बनाती है। फिल्म में पात्रों के बीच की बातचीत बनावटी और सहजता से रहित है, जिससे फिल्म देखने में निराशा होती है।
फिल्म की कहानी में कई दिलचस्प पहलू हैं, लेकिन उनका सही तरीके से उपयोग नहीं किया गया है। उदाहरण के लिए, पेड्रो पास्कल का किरदार एक धनी और आकर्षक व्यक्ति का है, लेकिन उसका रहस्य कहानी को मज़ेदार बनाने में विफल रहता है। फिल्म में क्रिस इवांस भी हैं, लेकिन उनका किरदार एक कमजोर व्यक्ति के रूप में चित्रित किया गया है।
कुल मिलाकर, ‘मटेरियलिस्ट्स’ एक ऐसी फिल्म है जो अपनी क्षमता तक पहुंचने में विफल रहती है। फिल्म में हास्य और करुणा की कमी है, और इसकी धीमी गति इसे देखने में मुश्किल बनाती है।