पार्ट 1 के दो हफ्ते बाद रिलीज हुई, पार्ट 2 और भी हिंसक थी। यदि आप अनुराग कश्यप के ट्रिगर-हैप्पी गुंडों की हिंसक दुनिया में बेखबर पीड़ितों पर चलाई गई गोलियों की संख्या गिनने की कोशिश करते हैं, तो आपकी आंखें थक जाएंगी। बदला और मुक्ति के बीच फंसे, गैंग्स ऑफ वासेपुर 2 के पात्र इतने तनाव में हैं कि उन्हें अपने प्रतिशोधी यात्रा के अंत में इंतजार करने वाली खाई से डर नहीं लगता।
Trending
- गर्मी से राहत: झारखंड में 27 जून से गिरेगा पारा, होगी बारिश
- उन्नाव बलात्कार मामला: दिल्ली HC के फैसले के खिलाफ CBI की SC में अपील
- पाक सेना प्रमुख की ‘इस्लामिक NATO’ योजना: भारत के खिलाफ रच रहा है षड्यंत्र!
- ग्रामीण विकास को गति: राजस्थान-झारखंड को ₹723 करोड़ का आवंटन
- वायरल वीडियो: धीरेंद्र शास्त्री के पैर छूने वाले पुलिस निरीक्षक पर हुई कार्रवाई
- पाकिस्तान के सेना प्रमुख का ‘जिहाद’ प्लान: भारत पर हमला, अरब देश निशाने पर?
- राज्य के 53 नगरीय निकायों में ऑनलाइन प्रापर्टी टैक्स जमा करने की सुविधा
- खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने राज्य शासन की निर्णायक पहल:अनियमितता करने वाली उचित मूल्य दुकानों के खिलाफ प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
