छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने अपने चार्टर्ड विमान यात्रा को लेकर मचे सियासी घमासान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वह कोई विदेशी नहीं, बल्कि एक भारतीय नागरिक हैं और ऐसे मामलों में उन्हें निशाना बनाना गलत है।
दुर्ग जिले के भिलाई में एक धार्मिक अनुष्ठान के लिए पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री के सरकारी विमान से आने की खबर के बाद से ही विपक्षी दल उन पर हमलावर थे। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ सरकार पर सरकारी खजाने को निजी धार्मिक कार्यक्रम के लिए लुटाने का आरोप लगाया था।
इस पूरे विवाद पर धीरेंद्र शास्त्री ने एक सार्वजनिक मंच से जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘सवाल मेरे आने पर उठाया जा रहा है, लेकिन यह भी अनिश्चित था कि मुझे वापस कैसे भेजा जाएगा।’ शास्त्री ने स्पष्ट किया कि वह किसी विदेशी वीआईपी की तरह यात्रा नहीं कर रहे थे, बल्कि एक भारतीय के तौर पर यहां आए थे।
उन्होंने आलोचना को और तीखा बनाते हुए कहा कि देश को लूटने वाले या नुकसान पहुंचाने वाले आज़ादी से घूमते हैं, लेकिन जो सनातन धर्म के प्रचार, कैंसर अस्पतालों के निर्माण, गरीब बेटियों के विवाह और नशा मुक्ति जैसे अच्छे काम कर रहा है, उसे विमान यात्रा के लिए कठघरे में खड़ा किया जा रहा है। यह सोच ही गलत है।
शास्त्री ने यह भी कहा कि वह इस मामले पर और अधिक बयानबाजी से बचना चाहते हैं ताकि कोई नया विवाद न खड़ा हो। उन्होंने अपने आलोचकों के प्रति सद्भावना व्यक्त की और अपने समर्थन में आवाज उठाने वालों का आभार व्यक्त किया। साथ ही, उन्होंने मीडिया की भूमिका को भी रेखांकित किया, जिसके कारण सार्वजनिक चर्चाएँ अक्सर और बढ़ जाती हैं।
