छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के गंगालूर जंगल क्षेत्र में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुई एक जोरदार मुठभेड़ में छह नक्सलियों को मार गिराया गया है। इस कार्रवाई के दौरान, दो पुलिस जवानों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। यह घटना जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान का हिस्सा थी।’
सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम, जिसमें डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG), स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और कोबरा बटालियन (CRPF की एक विशेष इकाई) शामिल थे, एक खुफिया सूचना के आधार पर नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। इसी दौरान, उनका सामना नक्सलियों के एक बड़े समूह से हुआ, जिसके बाद भारी गोलीबारी हुई।’
दंतेवाड़ा के DIG कमलोचन कश्यप ने बताया कि मुठभेड़ कई घंटों तक चली और इस दौरान छह नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि इस भीषण गोलीबारी में DRG के दो जवान शहीद हो गए।’
अधिकारियों का मानना है कि मारे गए नक्सलियों की संख्या अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि सुरक्षा बल अभी भी इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं और कुछ नक्सलियों के घायल होने की आशंका है।’
इस वर्ष छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियानों में अब तक कुल 268 नक्सली मारे गए हैं। बस्तर संभाग के जिलों में सुरक्षा बलों ने विशेष रूप से बड़ी कार्रवाई की है।’
हाल के दिनों में, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के आत्मसमर्पण के मामले भी बढ़े हैं। इसी तरह, 30 नवंबर को दंतेवाड़ा में 37 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनमें से कई पर भारी इनाम घोषित था। राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को आर्थिक सहायता और समाज में पुनर्वास के लिए अन्य मदद प्रदान की जाती है।
