छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल विरोधी अभियान को एक बड़ी कामयाबी मिली है, जहां सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में छह माओवादी मारे गए। पुलिस के अनुसार, मंगलवार सुबह इंद्रावती नेशनल पार्क के पास यह गोलीबारी तब शुरू हुई जब पुलिस की एक संयुक्त टीम नक्सलियों की तलाश में गश्त कर रही थी।
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने पुष्टि की कि पुलिस की जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के जवान इस ऑपरेशन का हिस्सा थे। नक्सलियों की मौजूदगी की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई थी। कई घंटों तक चली इस मुठभेड़ के बाद, जब सुरक्षा बलों ने इलाके की तलाशी ली, तो छह नक्सलियों के शव मिले। इन नक्सलियों के पास से विभिन्न प्रकार के हथियार, जिनमें INSAS राइफल, स्टेन गन, .303 राइफल और विस्फोटक सामग्री शामिल थे, बरामद किए गए।
इस सफलता पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुरक्षा बलों के शौर्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह मुठभेड़ नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और 2026 तक इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के दृष्टिकोण को दोहराया।
अतिरिक्त सुरक्षा बलों, जिनमें CRPF और CAF भी शामिल थे, को घटनास्थल पर भेजा गया ताकि पूरे क्षेत्र को सुरक्षित किया जा सके और किसी भी फरार नक्सली को पकड़ा जा सके। अभियान अभी जारी है।
इसके अलावा, अन्नाराम गांव के पास एक अलग घटना में, सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के बाद एक घायल नक्सली को हिरासत में लिया है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
इस साल छत्तीसगढ़ में अब तक 259 नक्सलियों को मुठभेड़ों में मारा जा चुका है, जो नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे निर्णायक अभियान का संकेत देता है।
