रायपुर के सरोना स्थित शुभम “के मार्ट” में लोग उस समय हैरान रह गए जब मुख्यमंत्री विष्णु देव साय खुद खरीदारी करने पहुंचे।
मुख्यमंत्री जीएसटी बचत उत्सव में शामिल होने पहुंचे थे और उन्होंने लोगों से बातचीत की। उन्होंने 1,645 रुपये का घरेलू सामान खरीदा और यूपीआई से भुगतान किया। उन्होंने खरीददारों से जीएसटी दरों में कटौती से सामान की कीमतों पर पड़े असर के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने आम लोगों की तरह खरीदारी की, गृहिणियों से घरेलू बजट के बारे में, युवाओं और बुजुर्गों से उनकी दिनचर्या के बारे में पूछा। उन्होंने अन्य ग्राहकों से भी बातचीत की। लोगों ने मुख्यमंत्री के व्यवहार की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने लोगों से जीएसटी सुधारों पर उनकी राय जानी। लोगों ने बताया कि दवाइयों और राशन की कीमतें कम होने से उन्हें राहत मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा, “सुधार का मकसद आम जनता तक पहुंचना है।” उन्होंने खुद भी सामान खरीदा और कहा कि यह सुधार हर परिवार की ज़िंदगी में बदलाव लाएगा।
मुख्यमंत्री ने स्वदेशी को बढ़ावा देने की अपील की, जिसका लोगों ने समर्थन किया।
रिटायर्ड एयरफोर्स अधिकारी श्री टी. पी. सिंह ने कहा कि जीएसटी सुधार एक ऐतिहासिक बजट क्रांति है। उन्होंने कहा कि पहले जो राशन 30 दिन चलता था, अब वह 40 दिन से ज्यादा चल रहा है।
लद्दाराम नैनवानी ने बताया कि जीएसटी सुधार से शिक्षा को भी फायदा हुआ है। उन्होंने बताया कि पहले नोटबुक पर 12 प्रतिशत टैक्स लगता था, जो अब शून्य हो गया है, जिससे स्टेशनरी सस्ती हो गई है।
मुरलीधर ने कहा कि वे 4 ज़रूरी सामान खरीदने आए थे, लेकिन जीएसटी छूट से उन्होंने 4 गुना अधिक सामान खरीदा। जितेंद्र और पद्मा देवांगन ने बताया कि उनके मासिक बजट में 10 प्रतिशत की कमी आई है। सविता मौर्य और अनीता साकार ने कहा कि जीएसटी में कटौती से उन्हें त्योहारों के लिए अधिक खरीदारी करने का अवसर मिला।
जीएसटी में सुधारों के बाद बाजारों में रौनक बढ़ी है और लोग खरीदारी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीएसटी दरों में कटौती से रोजमर्रा की वस्तुएँ सस्ती हुई हैं।