रायपुर पुलिस ने एक बड़े ठगी मामले का खुलासा किया है, जिसमें एक मां-बेटे की जोड़ी ने नकली सोने के ब्रेसलेट के बदले असली सोना लेकर ज्वेलर्स को चूना लगाया। इस मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों ने रायपुर और बिलासपुर के ज्वेलर्स को ‘बंटी-बबली’ फिल्म की तरह ठगा। पुलिस ने उनके पास से सोने के गहने, नकदी और इस्तेमाल की गई कार बरामद की है, जिसकी कुल कीमत लगभग 8.5 लाख रुपये है।
कोतवाली थाने में दर्ज एक शिकायत के अनुसार, सदर बाजार स्थित ‘धाड़ीवाल ज्वेलर्स’ में एक महिला 9 सितंबर को आई और सोने के ब्रेसलेट की मरम्मत कराने की बात कही। ज्वेलर ने मरम्मत करने से इनकार किया तो महिला ने उसी नकली ब्रेसलेट को असली बताकर नई सोने की चेन की मांग की।
ज्वेलर ने महिला को 13 ग्राम 880 मिलीग्राम वजन की सोने की चेन दी, जिसकी कीमत 1,68,000 रुपये थी। महिला तुरंत दुकान से निकल गई, और बाद में जब ब्रेसलेट की जांच की गई तो वह नकली पाया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस उप महानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए। एंटी क्राइम और साइबर यूनिट के साथ कोतवाली पुलिस ने घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। फुटेज में एक महिला और एक पुरुष को एक कार के साथ देखा गया। पुलिस ने फरार मार्गों के कैमरों की मदद से वाहन की पहचान की और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार महिला ने अपना नाम सविता सिंह उर्फ सपना उर्फ सप्पो (43 वर्ष) और पुरुष ने इशांत उर्फ अनुज वर्मा (23 वर्ष) बताया। पूछताछ में महिला ने इशांत को अपना बेटा बताया और उन्होंने रायपुर और बिलासपुर दोनों जगहों पर ठगी की घटनाओं को स्वीकार किया।
आरोपियों ने 9 सितंबर को बिलासपुर के सदर बाजार स्थित ‘अजय ज्वेलर्स’ से भी इसी तरह नकली ब्रेसलेट देकर सोना ठगा था। पुलिस ने आरोपियों से एक सोने का ब्रेसलेट, एक सोने की चेन, 82,170 रुपये नकद और एक वेगनआर कार (UP 37 AA 1328) जब्त की है। बरामद सामान की कुल कीमत करीब 8.5 लाख रुपये है। दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाने में आईपीसी की धारा 318(4) और 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।