छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक सरकारी आवासीय विद्यालय के 426 छात्रों के खाने में जहर मिलाया गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी सहायक शिक्षक धनंजय साहू को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई छात्रावास अधीक्षक दुजाल पटेल की शिकायत पर की गई। धनंजय साहू पाकेला गांव में स्थित सरकारी आवासीय स्कूल में सहायक शिक्षक थे।
शिकायत में बताया गया कि धनंजय साहू ने छात्रावास अधीक्षक पटेल के साथ चल रही निजी दुश्मनी के चलते 21 अगस्त को स्कूल के छात्रों के रात के खाने में फिनाइल मिला दिया।
जब स्कूल के एक कर्मचारी ने खाने से अजीब गंध महसूस की और पास में फिनाइल की खाली बोतलें देखीं, तो उसने तुरंत अधीक्षक को इसकी सूचना दी। खाने को तुरंत वहां से हटा दिया गया। अधीक्षक ने मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी, जिसके बाद सुकमा के जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए।
दरअसल, शिक्षक धनजंय साहू और हॉस्टल के अधीक्षक दुजल पटेल के बीच पिछले एक साल से विवाद चल रहा था। पहले धनंजय साहू हॉस्टल के अधीक्षक थे, लेकिन एक छात्र की पिटाई के बाद उन्हें हटा दिया गया और दुजल पटेल को अधीक्षक बनाया गया। इसी बात से नाराज होकर धनंजय साहू ने इस घटना को अंजाम दिया।
जांच में धनंजय साहू की भूमिका सामने आने के बाद, पटेल ने छिंदगढ़ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद धनंजय साहू को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में धनंजय साहू ने अपना अपराध कबूल किया और बताया कि उसने छात्रावास अधीक्षक पटेल के साथ व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण यह कृत्य किया।
पुलिस ने बताया कि धनंजय साहू दुर्ग जिले के रहने वाले हैं और उन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्हें अदालत में पेश किया गया और न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस फिलहाल मामले की सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।