जांजगीर-चांपा: 17 सूत्रीय मांगों को लेकर तहसीलदार और नायब तहसीलदार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जिले में इसका गहरा प्रभाव देखा जा रहा है।
राजस्व न्यायालय के मामले, नामांतरण, बंटवारा, आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र, किसान पंजीकरण और भुइयां पोर्टल सहित कई महत्वपूर्ण कार्य बाधित हो रहे हैं, जिससे लोग परेशान हैं और उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है।
वकीलों को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है। पहले 28 जुलाई को एक दिन की हड़ताल के बाद जिला मुख्यालय जांजगीर में विरोध प्रदर्शन हुआ था। राज्य भर के तहसीलदारों ने रायपुर में भी विरोध किया, लेकिन कोई हल नहीं निकला। जिसके बाद, 30 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो गई है। अगर हड़ताल लंबी चली, तो जनता की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।