छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने राज्य में खाद और बीज की कमी के मुद्दे पर हंगामा किया, जिसके परिणामस्वरूप 23 विधायकों को निलंबित कर दिया गया। विपक्ष ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव पेश किया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने खाद की कमी और किसानों को अधिक कीमत पर खाद खरीदने के लिए मजबूर करने के मुद्दे को उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर खाद की कमी पैदा कर रही है जिससे किसानों की उपज प्रभावित हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खाद की कमी पर चिंता जताई और इस मुद्दे पर विधानसभा में चर्चा कराने की मांग की। पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने भी डीएपी खाद की कमी के कारण किसानों के गुस्से को उजागर किया और इस पर चर्चा की आवश्यकता पर बल दिया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कृषि मंत्री से विपक्ष के आरोपों पर जवाब मांगा। कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राज्य में खाद और बीज की कोई कमी नहीं है। जिसके कारण, स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की कोई आवश्यकता नहीं है। मंत्री के जवाब के बाद, कांग्रेस विधायकों ने सदन में विरोध किया और हंगामा किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें सदन से निलंबित कर दिया गया।