छत्तीसगढ़ में राज्य जीएसटी विभाग ने रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, दुर्ग, रायगढ़ और जगदलपुर सहित कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई गुटखा, कपड़ा, परिवहन, जूते और ड्राई फ्रूट्स के कारोबार से जुड़े व्यापारियों के दफ्तरों और गोदामों पर की गई। कुल 25 स्थानों पर छापे मारे गए।
छापेमारी के कारण कई जगहों पर अफरा-तफरी मच गई। जांच में पता चला कि फर्मों ने बड़े पैमाने पर टर्नओवर दिखाया, लेकिन टैक्स या तो कम भरा या बिल्कुल नहीं भरा। कई फर्मों द्वारा फर्जी बिलिंग और गलत इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने का भी पता चला।
राज्य जीएसटी स्पेशल कमिश्नर टीएल ध्रुव ने कहा कि टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। भारी जुर्माने के साथ कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। करीब 10 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की पुष्टि के बाद सभी फर्म संचालकों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं।
इसके अलावा, छापे के दौरान यह भी सामने आया कि कुछ व्यवसायों के पास उचित अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर और लेन-देन का कोई रिकॉर्ड नहीं था, और वे कच्चे बिलों और जाली दस्तावेजों के आधार पर काम कर रहे थे।