लोकतंत्र सेनानी संघ और लोकतंत्र प्रहरी, छत्तीसगढ़ के प्रदेश पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक प्रदेश अध्यक्ष दिवाकर तिवारी के निवास पर आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानंद ने की। बैठक में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। निर्णय लिया गया कि लोकतंत्र सेनानी संघ का सहयोगी संगठन, लोकतंत्र प्रहरी, छत्तीसगढ़, प्रदेश के महाविद्यालयीन छात्रों के लिए “25 जून: संविधान हत्या दिवस प्रासंगिक क्यों?” विषय पर और विद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए “आपातकाल विस्मृत न हो” विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित करेगा।
लोकतंत्र प्रहरी के प्रदेश अध्यक्ष विशाल राजहंस ने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को अपने महाविद्यालय या विद्यालय के प्राचार्य का सहमति पत्र प्रस्तुत करना होगा। निबंध 30 जून 2025 तक जमा किए जा सकेंगे। दोनों वर्गों के विजेताओं को क्रमशः 31 हजार, 21 हजार और 11 हजार रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे, और अन्य उत्कृष्ट निबंधों को प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने ने यह भी बताया कि इस वर्ष भी आपातकाल की वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निमंत्रण पर 26 जून को लोकतंत्र सेनानी परिवारों और सत्याग्रहियों को सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में लोकतंत्र प्रहरी के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, निगम आयोग के अध्यक्ष और भाजपा के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। वक्तागण “आपातकाल के 50 वर्ष” और “संविधान हत्या दिवस” पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। अतिथियों को लोकतंत्र सेनानियों के साथ भोजन करने का अवसर भी मिलेगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आपातकाल की क्रूरता को दर्शाने के लिए “आपातकाल का काला इतिहास” नामक पुस्तिका का विमोचन किया जाएगा। दिवाकर तिवारी और विशाल राजहंस ने बताया कि लोकतंत्र सेनानी संघ और प्रहरी की प्रदेश और जिला इकाइयों का पुनर्गठन किया जाएगा और सदस्यता अभियान को व्यापक रूप से चलाया जाएगा। बैठक में दिवाकर तिवारी, विशाल राजहंस सहित कई प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन दिवाकर तिवारी ने दिया।