भारत के छत्तीसगढ़ से कैंसर अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण प्रगति सामने आई है, जहाँ वैज्ञानिकों ने इस बीमारी से लड़ने के लिए एक अनूठी चावल की किस्म की क्षमता की खोज की है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में हुए अध्ययनों से पता चला है कि बस्तर से प्राप्त ‘संजीवनी’ चावल कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर सकता है। यह खोज लाखों लोगों के लिए आशा प्रदान करती है, जो सर्जरी और विकिरण जैसे पारंपरिक कैंसर उपचारों का संभावित विकल्प प्रस्तुत करती है। चावल, जो व्यापक शोध का विषय रहा है, में कई ऐसे यौगिक शामिल हैं जिनमें कैंसर-रोधी गुण हैं। टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल में जल्द ही मानव परीक्षण शुरू होने वाले हैं।
Trending
- मोकामा मर्डर मिस्ट्री: दुलारचंद यादव की मौत के पीछे कौन?
- डॉनबास में रूसी ड्रोन का कहर: यूक्रेन का ‘गेम-चेंजर’ लेपर्ड टैंक राख
- खूंटी: अनियंत्रित ट्रेलर ने टेम्पो को रौंदा, बिजली ट्रांसफार्मर भी टूटा
- ताइवान पर हमले के गंभीर परिणाम: डोनाल्ड ट्रम्प की शी जिनपिंग को सीधी चेतावनी
- 48 प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी: झारखंड के लिए बड़ी राहत
- विकास की नई उड़ान: पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ को दी विकास की सौगात
- शशि थरूर का सवाल: क्या भारत बंद कर रहा है विदेशी विद्वानों के लिए दरवाजे?
- चीन-पाकिस्तान का ‘लौह बंधन’: अब बदली दुनिया में कैसी होगी साझेदारी?
