बिहार में आगामी चुनाव से पहले, बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा एक बार फिर से चर्चा में है। बीजेपी ने इस मुद्दे को उठाते हुए सीमांचल क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया है, जहां मुस्लिम आबादी की संख्या अधिक है। बीजेपी का मानना है कि इस क्षेत्र में घुसपैठियों की समस्या एक गंभीर मुद्दा है और इसे चुनावी रणनीति के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
सीमांचल में, जो पश्चिम बंगाल से सटा हुआ है, मुस्लिम आबादी लगभग 47% है। पिछले चुनाव में एआईएमआईएम ने यहां अच्छा प्रदर्शन किया था, जिससे बीजेपी को इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर मिला है।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस मुद्दे पर बयान दिए हैं, जिसमें विपक्ष पर घुसपैठियों का समर्थन करने का आरोप लगाया गया है। यह मुद्दा पहले भी असम, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और झारखंड जैसे राज्यों में चुनावों में उठाया गया है।
बीजेपी का मानना है कि घुसपैठियों के मुद्दे को उठाकर वह मुस्लिम और हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण कर सकती है। बिहार में अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने की संभावना है, जिसमें एनडीए, महागठबंधन और प्रशांत किशोर की पार्टी के बीच मुकाबला होगा।