बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं। भोजपुरी स्टार पवन सिंह की बीजेपी में वापसी की चर्चा ज़ोरों पर है। हाल ही में पवन सिंह ने दिल्ली में कई महत्वपूर्ण मुलाकातें कीं, जिनमें उपेंद्र कुशवाहा और अमित शाह शामिल थे। इन मुलाकातों के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि पवन सिंह एनडीए के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने वाले हैं।
पवन सिंह की लोकप्रियता युवाओं में बहुत अधिक है, और पिछले चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उन्हें मिले वोट इस बात का सबूत हैं। ऐसा माना जा रहा है कि उनकी वापसी से बीजेपी को शाहाबाद और डेहरी-ऑन-सोन की सीटों पर लाभ मिल सकता है।
पवन सिंह के आरा से चुनाव लड़ने की भी संभावना है, जिससे बीजेपी को भोजपुर, बक्सर, रोहतास और कैमूर जैसे क्षेत्रों में भी फायदा हो सकता है।
इस बीच, चुनाव आयोग ने बिहार की फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 7.24 करोड़ वोटर हैं, और 21 लाख नए वोटरों के नाम जोड़े गए हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पवन सिंह की एंट्री से बिहार चुनाव में एनडीए को फायदा होगा, जबकि विपक्षी दलों ने इसे उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ एक साजिश बताया है। तेज प्रताप यादव ने पवन सिंह पर कटाक्ष किया।