बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सभी दल चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं, हालांकि चुनाव की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है। इसी कड़ी में, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने घोषणापत्र (मेनिफेस्टो) पर काम शुरू कर दिया है।
बीजेपी हाईकमान ने एक घोषणापत्र समिति का गठन किया है, जिसमें 13 नेताओं को शामिल किया गया है। यह समिति बिहार की जनता के लिए पार्टी का घोषणापत्र तैयार करेगी। समिति राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर जनता की राय लेगी, जिससे घोषणापत्र को प्रभावी बनाया जा सके।
घोषणापत्र समिति में पूर्व मंत्री प्रेम कुमार, वरिष्ठ अधिवक्ता मनन मिश्रा, भीम सिंह, ऋतुराज सिन्हा, निवेदिता सिंह, देवेश कुमार, सुरेश रुंगटा, गुरु प्रकाश पासवान, अमृता भूषण, संतोष पाठक, अजीत चौधरी, सीता सिन्हा और सुनील राम को शामिल किया गया है। समिति का मुख्य कार्य चुनावी वादों और पार्टी के विजन को जनता के सामने प्रस्तुत करना होगा।
इससे पहले, बीजेपी ने चुनाव अभियान समिति की भी घोषणा की थी। इस समिति में प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, राधा मोहन सिंह, मंगल पाण्डेय, डॉ. संजय जायसवाल, गोपाल नारायण सिंह, रविशंकर प्रसाद, अश्विनी कुमार चौबे, राजीव प्रताप रूड़ी, सतीश चन्द्र दुबे और राजभूषण निषाद जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
चुनाव अभियान समिति में डॉ. प्रेम कुमार, रेणु देवी, जनक राम, हरि सहनी, ऋतुराज सिन्हा, सैयद शाहनवाज हुसैन, रमा देवी, प्रदीप कुमार सिंह, जनार्दन सिंह सीग्रीवाल, गोपालजी ठाकुर और अशोक यादव भी शामिल हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बीजेपी चुनाव से पहले संगठनात्मक और रणनीतिक रूप से मजबूत होने की तैयारी कर रही है। पार्टी को इस बार बिहार में अलग तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके मद्देनजर वह जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटी है।