बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही नेताओं का जनता के बीच जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी बीच, आरजेडी विधायक आलोक मेहता को अपने ही क्षेत्र में विरोध का सामना करना पड़ा। जब वे समस्तीपुर जिले के उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे, तो ग्रामीणों ने उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए जमकर विरोध किया। एक व्यक्ति ने उन्हें ‘लालटेन के नाम पर कलंक’ बताया और 15 सालों से कोई काम न करने का आरोप लगाया।
यह घटना उजियारपुर के रायपुर पंचायत के आईटीआई महादलित टोला में हुई, जहां विधायक आलोक मेहता शुक्रवार को पहुंचे थे। वहां मौजूद लोगों ने विधायक पर नाराजगी जाहिर की और उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए। एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि चुनाव के समय ही उन्हें वोट मांगने की याद आई। इस दौरान, लोगों ने विधायक का वीडियो भी बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में विधायक लोगों से वीडियो न बनाने का आग्रह करते नजर आ रहे हैं, जबकि लोग उन पर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं।
आलोक मेहता आरजेडी के प्रमुख नेताओं में से एक हैं और पूर्व में मंत्री भी रह चुके हैं। उनके पिता भी एक प्रमुख नेता थे और उन्होंने भी इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। इस घटना के बाद, सोशल मीडिया पर लोगों ने विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएं दी हैं।