भोजपुर जिले के जवइनिया गांव में बाढ़ ने तबाही मचा दी है, जिससे गांव का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। गांव का एक बड़ा हिस्सा नदी में तब्दील हो गया है और अब सिर्फ एक स्कूल की इमारत ही बची है। गांव के सभी लोग बांधों पर शरण लेने के लिए मजबूर हैं, जहां लगभग एक हजार झोपड़ियां बनाई गई हैं। लोग अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहते हैं कि वे एक ही जगह पर मवेशियों के साथ रहने को मजबूर हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। जवइनिया गांव पूरी तरह से तबाह हो चुका है, गंगा नदी की विनाशलीला में सब कुछ बह गया है। लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए अपनी मेहनत की कमाई को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन किया। बाढ़ में 350 से अधिक घर पानी में डूब गए हैं, जिससे लोगों का जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तबाही ने उन्हें 25 साल पीछे धकेल दिया है और अब वे न तो खाने और न ही सोने की स्थिति में हैं। महिलाओं ने बताया कि उन्हें जंगली जानवरों और सांपों का भी डर है, जबकि सरकार से अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला है।
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