प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार रैली विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने उन पर उनकी दिवंगत मां के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी मां को विपक्ष के मंच पर अपमानित किया गया, और इस हरकत को सभी माताओं और बहनों का अपमान बताया।
प्रधानमंत्री ने बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड लॉन्च करते हुए कहा, “बिहार में, मेरे मां के लिए राजद-कांग्रेस मंच से अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया। इन अपशब्दों ने मेरी मां का ही नहीं, बल्कि भारत की हर मां और बहन का अपमान किया है। मुझे पता है कि यह सुनकर आपको भी उतना ही दर्द हुआ होगा जितना मुझे हुआ।”
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से करीब 20 लाख महिलाओं से बातचीत की। उन्होंने बताया कि उनकी दिवंगत मां, हीराबेन मोदी, ने गरीबी से लड़ने और उन्हें तथा उनके भाई-बहनों को पालने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने कहा, “मां बीमार होती थीं, लेकिन काम करती रहती थीं। वो हम सबके लिए कपड़े बनवाने के लिए हर पैसा बचाती थीं। हमारे देश में ऐसी करोड़ों माताएं हैं। मां का स्थान भगवान और देवियों से भी ऊंचा होता है।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस-राजद के मंच पर इस्तेमाल किए गए अपशब्द सिर्फ मेरी मां के लिए नहीं थे, बल्कि करोड़ों माताओं और बहनों के लिए थे। शाही परिवारों में पैदा हुए राजकुमार एक वंचित मां और उसके बेटे के संघर्ष को नहीं समझ सकते। ये लोग चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। वे मानते हैं कि बिहार में सत्ता उनके परिवारों की है। लेकिन आपने एक वंचित मां के बेटे को आशीर्वाद दिया और उसे प्रधानमंत्री बनाया है। नामदार (प्रधानमंत्री विपक्ष में वंशवादी नेताओं पर निशाना साधने के लिए इस मुहावरे का इस्तेमाल करते हैं) इसे पचा नहीं सकते।”