बिहार में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने खुलासा किया है कि अगर वे चुनाव लड़ते हैं, तो वे बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव या तो अपने जन्मस्थान करगहर से लड़ेंगे या फिर राघोपुर से, जो राजद नेता तेजस्वी यादव की सीट है।
प्रशांत किशोर ने यह बयान करकट में पत्रकारों से बातचीत में दिया। पत्रकारों ने उनसे एक इंटरव्यू के बारे में पूछा था जिसमें उन्होंने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। इस सवाल पर किशोर ने कहा, ‘मैं स्पष्ट कर दूं कि मैंने कोई घोषणा नहीं की है। पार्टी में विचार-विमर्श चल रहा है और अगर सामूहिक फैसला होता है कि मुझे भी चुनाव लड़ना चाहिए, तो मैं करगहर या राघोपुर से चुनाव लड़ सकता हूं, जैसा कि मैंने उस इंटरव्यू में भी कहा था।’
किशोर ने कहा कि रोहतास जिले के सासाराम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला करगहर उनका ‘जन्मस्थान’ है, जबकि राघोपुर उनकी ‘कर्मभूमि’ है। पूर्व राजनीतिक रणनीतिकार, पिछले कुछ समय से राघोपुर से चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं। राघोपुर वैशाली जिले में आता है और हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जिसका प्रतिनिधित्व फिलहाल केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान करते हैं।
आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव इस सीट से लगातार दो बार चुनाव जीते हैं। 2015 और 2020 में उन्होंने राघोपुर विधानसभा सीट जीती। इससे पहले, उनके पिता और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद भी यहां से चुनाव लड़ चुके हैं। प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उस वीडियो का जिक्र किया जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा की सफलता का जश्न मनाते नजर आ रहे थे। किशोर ने कहा, ‘वह वीडियो सबूत है कि तेजस्वी यादव, जो पढ़ाई में फेल हो गए, क्रिकेट में भी सफल नहीं हो पाए, अब एक छोटा कार्यक्रम करने में भी नाकाम हैं।’
बिहार बंद पर टिप्पणी करते हुए किशोर ने कहा कि यह तो नेताओं का बुलाया हुआ बंद है, जनता इसमें साथ नहीं देगी। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी की दो सभाओं में 20 हजार से कम लोग नहीं होंगे। जब उनसे पूछा गया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, जिन्हें वे मेडिकल कॉलेज में कथित गड़बड़ियों को लेकर लगातार निशाना बना रहे हैं, मोदी द्वारा अपनी मां के लिए इस्तेमाल की गई भाषा पर दुख जताने के बाद भावुक हो गए, तो प्रशांत किशोर इस बात पर हंस पड़े।
