प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां पर दरभंगा में की गई अभद्र टिप्पणी ने बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया है। बीजेपी और एनडीए लगातार इस मुद्दे को भुनाने में लगे हुए हैं। महागठबंधन, जो ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के माध्यम से बिहार में अपनी पैठ मजबूत करने की कोशिश कर रहा है, पर पलटवार करने के लिए एनडीए ने एक खास योजना बनाई है। इस विवादित टिप्पणी के विरोध में, एनडीए ने 4 सितंबर को बिहार बंद का आह्वान किया है।
मंगलवार को पटना में बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनडीए के सभी घटक दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने बंद के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, HAM पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार, जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष मदन चौधरी उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त, एनडीए की महिला मोर्चा से बीजेपी महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष बेबी कुमारी, जेडीयू महिला अध्यक्ष डॉ. भारती मेहता, एलजेपी (रामविलास) महिला अध्यक्ष कुमारी शोभा सिन्हा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा महिला की स्मृति कुशवाहा भी मौजूद थीं।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि दरभंगा में पीएम मोदी और उनकी मां को लेकर कांग्रेस और आरजेडी के मंच से अपमानजनक बातें कहीं गईं। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लोकतंत्र को कलंकित करने वाली है। उन्होंने कहा कि मां तो मां होती है, चाहे वह किसी भी दल की हो।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल लोकतांत्रिक परंपरा पर एक धब्बा है। राजू तिवारी ने कहा कि यह उन लोगों के संस्कार को दर्शाता है। डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी से बिहार की जनता भयभीत है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रभारी मदन चौधरी ने कहा कि वे सभी माताओं का सम्मान करते हैं और उनकी पार्टी इस बंद का समर्थन करती है। जेडीयू महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. भारती मेहता ने कहा कि अगर आप प्रधानमंत्री को गाली देते हैं, तो आप पूरे देश की माताओं और बहनों को गाली देते हैं।