प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार और पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। इस दौरे का मुख्य फोकस बिहार में लगभग 13000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करना है, जबकि पश्चिम बंगाल में 5200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के साथ मेट्रो से जुड़ी तीन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा। इस दौरान, पीएम मोदी जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे।
ये परियोजनाएं दोनों राज्यों के विकास और रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए महत्वपूर्ण हैं। राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के बीच, पीएम मोदी का यह दौरा राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
राहुल गांधी की यात्रा में राजद के तेजस्वी यादव और भाकपा (माले) के दीपंकर भट्टाचार्य सहित ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता एकजुट हो रहे हैं और नीतीश कुमार और भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी ने भी ‘SIR’ का विरोध किया है और ‘इंडिया’ गठबंधन का समर्थन किया है। ममता बनर्जी ने संविधान के 130वें संशोधन पर आपत्ति जताई है और भाषा के आधार पर बंगालियों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है।
पीएम मोदी इस साल तीसरी बार बंगाल का दौरा कर रहे हैं। पिछले दौरों में, उन्होंने तृणमूल कांग्रेस में भ्रष्टाचार और बांग्लादेशी घुसपैठ पर हमला बोला था। दौरे से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर पश्चिम बंगाल में विकास पर जोर दिया और टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों का गुस्सा टीएमसी के प्रति बढ़ रहा है और वे विकास के लिए भाजपा की ओर देख रहे हैं।
संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दमदम में आयोजित एक सार्वजनिक सभा में टीएमसी और ममता बनर्जी पर हमला बोलेंगे।
पिछले विधानसभा चुनाव 2021 में, दमदम लोकसभा क्षेत्र की सभी सात विधानसभा सीटों पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा था। ये सभी सीटें उत्तर 24 परगना जिले में हैं, जहां टीएमसी का नियंत्रण है। प्रधानमंत्री इस क्षेत्र में एक सभा के माध्यम से ममता बनर्जी को संदेश देंगे और भाजपा के संगठन को मजबूत करने का प्रयास करेंगे।
उत्तर 24 परगना जिला बांग्लादेश की सीमा के करीब है, जहाँ बड़ी संख्या में बांग्लादेशी शरणार्थी और घुसपैठिये रहते हैं। भाजपा टीएमसी पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाती रही है।
22 अगस्त को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के गयाजी जाएंगे, जहाँ वे बोधगया में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसमें गंगा नदी पर एक नया पुल, फोर लेन हाईवे और अमृत भारत ट्रेनें शामिल हैं।
गयाजी का यह दौरा राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि गया का नाम बदलकर गया जी किए जाने के बाद प्रधानमंत्री पहली बार यहाँ आ रहे हैं। यह मगध क्षेत्र में आगामी चुनावों से पहले प्रधानमंत्री का पहला बड़ा कार्यक्रम भी होगा।
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए का प्रदर्शन मगध क्षेत्र में निराशाजनक रहा था। पीएम मोदी का यह दौरा विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ-साथ एनडीए कार्यकर्ताओं और नेताओं को उत्साहित करने का एक राजनीतिक प्रयास है।