कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बिहार चुनाव से पहले बीजेपी पर वोट चुराने का आरोप लगाते हुए वोट अधिकार यात्रा शुरू की है। इस यात्रा में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, भाकपा (माले) के नेता दीपकंप भट्टाचार्य सहित इंडिया गठबंधन के अन्य नेता भी शामिल हैं। यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार और नीतीश कुमार सरकार पर जमकर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने सवाल किया कि क्या वोट चुराकर बनी सरकार जनता की सेवा कर सकती है? उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार को जनता के वोटों की परवाह नहीं होती, इसलिए उन्हें लोगों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं होता। उन्होंने मौजूदा हालातों का जिक्र करते हुए कहा कि रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर रही है और सरकार पूंजीपतियों का साथ दे रही है।
उन्होंने NEET, SSC और पेपर लीक जैसे घोटालों का भी उल्लेख किया, जिनके कारण लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया, लेकिन सरकार ने आंखें मूंद लीं। राहुल गांधी ने कहा कि महंगाई चरम पर है, जिससे आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है, लेकिन सरकार लगातार टैक्स बढ़ा रही है।
उन्होंने रेल दुर्घटनाओं और बुनियादी ढांचे के ढहने से हुई मौतों पर भी सरकार को घेरा और आरोप लगाया कि सरकार ने जवाबदेही तय नहीं की। उन्होंने पुंछ से लेकर मणिपुर तक हुई आतंकी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने जिम्मेदारी नहीं ली।
राहुल गांधी ने नोटबंदी, कोविड और किसान आंदोलन के दौरान हुई मौतों पर भी सरकार की आलोचना की, जिसमें प्रधानमंत्री ने कोई सहानुभूति तक नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि यह सरकार जनता द्वारा नहीं चुनी गई, बल्कि वोट चोरी करके बनाई गई थी।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार को जनता के दुख-दर्द से कोई फर्क नहीं पड़ता और उन्हें विश्वास है कि वे चोरी से सत्ता में वापस आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक निष्पक्ष मतदाता सूची स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की नींव है और लोगों से अपने वोट की रक्षा करने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों से ऐसी सरकार चुनने का आह्वान किया जो उनकी हो, उनकी जिम्मेदारी ले और उनके प्रति जवाबदेह हो, और अपने वोट से भारत माता और संविधान की रक्षा करने का आग्रह किया।