बिहार में विधानसभा चुनाव निकट हैं, और इसी के साथ राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। इस बीच, लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से अलग होकर नई पार्टी बनाने की घोषणा की है। उनकी नई पार्टी का नाम ‘जनशक्ति जनता दल’ है। तेज प्रताप यादव अपनी पार्टी के रजिस्ट्रेशन के लिए चुनाव आयोग पहुंचे थे। उन्होंने पार्टी के अध्यक्ष और सचिव के साथ मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि यह पार्टी 2020 में बनी थी, और 2024 के लोकसभा चुनाव में तेज प्रताप के करीबी बालेंद्र दास ने इसी पार्टी से चुनाव लड़ा था, उन्हें बांसुरी चुनाव चिन्ह मिला था।
तेज प्रताप ने चुनाव आयोग में जरूरी दस्तावेज जमा किए। चुनाव आयोग ने हाल ही में कई पार्टियों को नोटिस जारी कर जरूरी कागजात के साथ पार्टी के नवीनीकरण के लिए कहा था। इसके बाद, तेज प्रताप यादव पार्टी के महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ निर्वाचन आयोग पहुंचे। अब यह चर्चा है कि क्या तेज प्रताप यादव जनशक्ति जनता दल के प्रमुख होंगे?
जनशक्ति जनता दल को मिली मान्यता! सोमवार को चुनाव आयोग ने जनशक्ति जनता दल को मान्यता दे दी। तेजप्रताप ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से करीब 30 मिनट तक बात की और पार्टी को रजिस्टर कराया। तेज प्रताप यादव ने कहा कि वे महुआ विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं के नामों को हटाने के मुद्दे पर निर्वाचन अधिकारी से मिलने गए थे।
तेज प्रताप ने राहुल और तेजस्वी की यात्राओं पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोट अधिकार यात्रा से कोई फायदा नहीं होगा। तेज प्रताप का मानना था कि रोजगार और शिक्षा जैसे मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, और उन्होंने कहा कि राहुल और तेजस्वी बेकार में यात्रा निकालकर समय बर्बाद कर रहे हैं।
तेज प्रताप को 6 साल के लिए राजद से निकाला गया। तेज प्रताप के फेसबुक पर अनुष्का यादव के साथ उनके 12 साल के रिश्ते की बात सामने आने के बाद उन्हें राजद से निकाल दिया गया था। तेज प्रताप ने पिछले महीने महुआ सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, और कहा था कि महुआ ही उनकी कर्मभूमि है।