प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बिहार में शराब तस्करी से जुड़े मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत छापेमारी की कार्रवाई की है। ED ने मुजफ्फरपुर, गुरुग्राम, नाहरलागुन, नामसाई और रांची सहित 7 ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई मुख्य आरोपी सुनील भारद्वाज के करीबियों के खिलाफ की गई है। ED की टीम बुधवार, 13 अगस्त की सुबह से ही छापेमारी में लगी हुई है।
इस रेड के दौरान, मुजफ्फरनगर जिले के सकरा प्रखंड की बिशनपुर बघनगरी मॉडल पंचायत की मुखिया बबीता देवी के यहां भी ED ने छापा मारा। बबीता देवी अपने कार्यों के लिए जानी जाती हैं और उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है, यहाँ तक कि राष्ट्रपति द्वारा भी उन्हें सम्मानित किया गया है।
ED की यह छापेमारी आय से अधिक संपत्ति के संबंध में है। जांच में ED महिला मुखिया के घर में मौजूद सभी दस्तावेजों, बैंक खातों, संपत्ति के दस्तावेजों और अन्य वित्तीय लेन-देन की जांच कर रही है। बुधवार सुबह करीब 6 बजे, ED की 20 सदस्यीय टीम वारंट के साथ बबीता देवी के घर पहुंची और जांच शुरू की। ED की छापेमारी से पूरे मुजफ्फरनगर में हड़कंप मच गया है।
छापेमारी अवैध शराब से कमाए गए धन के मामले में की गई है। मुखिया बबीता देवी के पति बबलू मिश्रा और उनके भाई पर पहले से ही शराब तस्करी के कई मामले दर्ज हैं। ED की टीम घर में मौजूद दस्तावेजों, संपत्ति के पंजीकरण, बैंक खातों और अन्य वित्तीय लेन-देन की गहन जांच कर रही है। ED की टीम ने बबलू मिश्रा और उनके भाई से भी पूछताछ की है। मुखिया के घर के बाहर पुलिस बल तैनात है और किसी को भी अंदर या बाहर जाने की अनुमति नहीं है। मुखिया के घर पर छापेमारी की घटना से हर कोई हैरान है और यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
इससे पहले, ED इस मामले में 9.31 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है। वर्तमान छापेमारी आगे की जांच का हिस्सा है। ED की यह कार्रवाई बिहार के अलावा हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश और झारखंड में भी हुई है।