बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है, और राजनीतिक दल चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं। प्रधानमंत्री मोदी के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बिहार का दौरा कर रहे हैं। शाह का यह दौरा वोटरों को लुभाने और NDA की स्थिति मजबूत करने के लिए है। वे शुक्रवार को सीतामढ़ी जा रहे हैं, जहाँ जानकी मंदिर के पुनर्विकास की आधारशिला रखी जाएगी। इस दौरे के ज़रिए, उनका लक्ष्य सीतामढ़ी समेत तिरहुत मंडल के 6 जिलों की 49 सीटों पर ध्यान केंद्रित करना है।
अमित शाह दरभंगा से सीतामढ़ी के पुनौराधाम पहुँचेंगे, जहाँ 882.87 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से जानकी मंदिर का पुनर्विकास किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे। 67 एकड़ में बन रहे इस भव्य मंदिर को 11 महीने में पूरा करने की योजना है, जो अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरह बनाया जा रहा है।
तिरहुत मंडल, जिसमें मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, सीतामढ़ी और शिवहर जिले शामिल हैं, NDA और खासकर BJP के लिए महत्वपूर्ण है। 2020 के चुनाव में NDA ने यहाँ अच्छा प्रदर्शन किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने भी हाल ही में पूर्वी चंपारण का दौरा किया था। अमित शाह का लक्ष्य 2020 के प्रदर्शन को बरकरार रखना या सुधारना है।
मुजफ्फरपुर में NDA मजबूत स्थिति में था, जबकि पश्चिमी चंपारण में BJP का दबदबा रहा। पूर्वी चंपारण में भी NDA ने अच्छी जीत हासिल की। वैशाली, जिसे लालू यादव का गढ़ माना जाता है, में NDA और महागठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा लगभग बराबर रहा। सीतामढ़ी में NDA ने 6 सीटें जीतीं, जिनमें से 4 BJP की थीं। शिवहर में RJD ने जीत हासिल की, लेकिन बाद में वह NDA में शामिल हो गए।
2020 के चुनाव में BJP ने 110 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से 74 जीते। BJP विधानसभा में RJD के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। तिरहुत मंडल में BJP को 27 सीटें मिली थीं, इसलिए यह क्षेत्र BJP के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।