बिहार में चुनाव आयोग द्वारा मतदाताओं के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर राजनीतिक तनाव बढ़ रहा है। महागठबंधन और एनडीए इस मुद्दे पर शब्दों की जंग में उलझे हुए हैं। सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन की आलोचना की। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी CAG रिपोर्ट का हवाला देते हुए बिहार सरकार का विरोध किया।
उपेंद्र कुशवाहा ने आरोप लगाया कि महागठबंधन के पास जीतने के लिए वोट नहीं हैं। उन्होंने उनके विरोध प्रदर्शनों को कम करके आंका और कहा कि वे एनडीए की संभावनाओं को प्रभावित नहीं करेंगे।
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी की जीतों पर सवाल उठाते हुए उन्हें ‘अदृश्य मतदाताओं’ से जोड़ा। उन्होंने चुनाव आयोग पर सवाल उठाने वालों की आलोचना की और राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के प्रस्तावित संयुक्त मार्च पर टिप्पणी की।
आम आदमी पार्टी ने बिहार में प्रवर्तन निदेशालय (ED) कार्यालय के बाहर राकेश यादव के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध CAG रिपोर्ट के खिलाफ था, जिसमें वित्तीय अनियमितताओं पर प्रकाश डाला गया था। CAG रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार सरकार लगभग ₹71,000 करोड़ का हिसाब देने में विफल रही। रिपोर्ट में निहित है कि धन का दुरुपयोग किया जा सकता है।