बिहार सरकार एक बार फिर सवालों के घेरे में है, क्योंकि निवास प्रमाण पत्रों को लेकर अजीबोगरीब मामले सामने आ रहे हैं। ताज़ा घटना में, मोतिहारी जिले के कोटवा प्रखंड में ‘सोनालिका ट्रैक्टर’ नामक एक प्रसिद्ध ट्रैक्टर कंपनी के नाम पर निवास प्रमाण पत्र के लिए फर्जी आवेदन किया गया है। इससे पहले पटना में एक कुत्ते के नाम पर प्रमाण पत्र जारी करने का मामला भी सामने आया था।
आवेदन में कई झूठी जानकारी भरी गई थी, जिसमें पिता का नाम ‘स्वराज ट्रैक्टर’ और माता का नाम ‘कार देवी’ बताया गया था। चौंकाने वाली बात यह थी कि आवेदन में भोजपुरी अभिनेत्री मोनालिसा की तस्वीर भी लगाई गई थी। आवेदन में थाना छौड़ादानों, मोतिहारी सदर अनुमंडल, और एक आंशिक रूप से गुप्त मोबाइल नंबर जैसी जानकारी भी शामिल थी, जो अधिकारियों को धोखा देने का प्रयास दर्शाता है।
फर्जीवाड़े का पता चलने पर, मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक, स्वर्ण प्रभात ने कोटवा पुलिस स्टेशन को प्राथमिकी दर्ज करने और जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। अधिकारियों द्वारा उस साइबर कैफे की भी जांच की जा रही है जहां से आवेदन किया गया था, और कैफे के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।
आधिकारिक प्रक्रियाओं के अनुसार, निवास प्रमाण पत्र के आवेदनों के लिए पते का मौके पर सत्यापन किया जाना आवश्यक है। यह तथ्य कि इस धोखाधड़ी को प्रमाण पत्र जारी होने से पहले ही पकड़ लिया गया, निगरानी में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करता है। घटना इस बात पर भी सवाल उठाती है कि क्या जिम्मेदार कर्मचारियों को किसी भी तरह की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।