जैसे-जैसे भारत के बड़े शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ रहा है, विशेष रूप से सर्दियों के महीनों में, कार एयर प्यूरीफायर आपकी गाड़ी के अंदर की हवा को साफ रखने का एक प्रभावी तरीका बन गए हैं। ये छोटे उपकरण न केवल स्मॉग और धूल से बचाते हैं, बल्कि एलर्जी और अन्य हानिकारक कणों को हटाकर आपकी सेहत का भी ख्याल रखते हैं।
नई दिल्ली: जब दिल्ली जैसे शहरों में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच जाती है, तो कार के अंदर की हवा भी सुरक्षित नहीं रहती। ऐसे में, कार एयर प्यूरीफायर इन-कार एक्सेसरीज़ के बाजार में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। ये उपकरण गाड़ी के अंदर के वातावरण को स्वच्छ रखते हैं, जिससे आपका दैनिक सफर स्वास्थ्यप्रद बनता है।
आंकड़े बताते हैं कि वैश्विक स्तर पर कार एयर प्यूरीफायर का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और अगले 15 वर्षों में यह 15.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है। भारत में भी, खासकर मेट्रो शहरों में, जहां प्रदूषण एक बड़ी समस्या है, कार मालिकों के बीच इनकी मांग तेजी से बढ़ रही है।
शहरी भारतीयों के लिए क्यों बढ़ रही है जरूरत?
बाहरी प्रदूषण के बढ़ने और लोगों में इन-कार प्रदूषण के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण कार एयर प्यूरीफायर की मांग में इजाफा हुआ है। ये प्यूरीफायर HEPA फिल्टर, एक्टिवेटेड कार्बन और आयनाइजर जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं, जो महीन धूल के कणों (PM2.5), जहरीली गैसों और अप्रिय गंधों को प्रभावी ढंग से सोख लेते हैं।
ऑटोमोबाइल कंपनियां भी इस जरूरत को समझ रही हैं। हुंडई, टोयोटा और एमजी जैसी कंपनियां अपनी कुछ कारों में फैक्ट्री-फिटेड एयर प्यूरीफायर दे रही हैं। इसके अलावा, फिलिप्स, हनीवेल और यूरेका फोर्ब्स जैसे ब्रांडों के आफ्टरमार्केट कार एयर प्यूरीफायर भी ऑनलाइन खूब बिक रहे हैं।
स्मॉग और ट्रैफिक के धुएं से सुरक्षा
भारी ट्रैफिक, निर्माण कार्य और औद्योगिक गतिविधियों से निकलने वाला धुआं और धूल कण (PM2.5 और PM10) आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकते हैं। कार एयर प्यूरीफायर इन कणों को फिल्टर करके आपको श्वसन संबंधी समस्याओं जैसे खांसी, छींक और आंखों में जलन से राहत दिलाते हैं।
खासकर जो लोग पीक आवर्स में गाड़ी चलाते हैं या औद्योगिक क्षेत्रों के पास रहते हैं, उनके लिए कार एयर प्यूरीफायर यह सुनिश्चित करता है कि बाहर का प्रदूषण गाड़ी के अंदर न आ पाए।
वैश्विक रुझान और भारत में विकास की संभावना
अमेरिका, जर्मनी, चीन और जापान जैसे देशों में कार एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल काफी आम है, जहां प्रीमियम और मिड-रेंज कारों में यह सुविधा अक्सर मिलती है। भारत में भी यह चलन तेजी से फैल रहा है, जिसकी वृद्धि दर लगभग 20% अनुमानित है। यह सिर्फ लग्जरी सेगमेंट तक सीमित नहीं है, बल्कि मिड-सेगमेंट कारों और टैक्सी फ्लीट ऑपरेटरों में भी यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए इसे अपनाया जा रहा है।
भारत में लोकप्रिय कार एयर प्यूरीफायर ब्रांड
कुछ प्रमुख ब्रांड जो भारत में कार एयर प्यूरीफायर की पेशकश करते हैं:
* फिलिप्स गो-प्योर सीरीज: बेहतरीन HEPA फिल्ट्रेशन।
* हनीवेल मूव प्योर: कॉम्पैक्ट डिजाइन, छोटी कारों के लिए उपयुक्त।
* यूरेका फोर्ब्स एयरोकार्ड: कई स्तरों पर प्रदूषण नियंत्रण और गंध निवारण।
* शार्प और पैनासोनिक: हाई-एंड मॉडल में आयनाइजर तकनीक।
कुछ बातों का ध्यान रखें:
कार एयर प्यूरीफायर बहुत प्रभावी होते हैं, लेकिन कुछ सीमाएं भी हैं:
* ये खुली खिड़कियों से आने वाली बाहरी हवा को शुद्ध नहीं कर सकते।
* फिल्टर बदलने के कारण ये महंगे साबित हो सकते हैं, अगर नियमित रखरखाव न हो।
* कुछ सस्ते मॉडल ओजोन गैस का उत्सर्जन कर सकते हैं, जो उच्च मात्रा में हानिकारक होती है।
बढ़ते प्रदूषण, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और सरकारी प्रयासों के चलते भारत में कार एयर प्यूरीफायर का बाजार भविष्य में तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। भविष्य में IoT और AI जैसी तकनीकों वाले स्मार्ट प्यूरीफायर भारतीय उपभोक्ताओं के लिए और भी बेहतर अनुभव प्रदान करेंगे।
