अगस्त का महीना भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक मिश्रित अनुभव लेकर आया। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के आंकड़ों के अनुसार, कुल खुदरा बिक्री 19.64 लाख यूनिट रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.84% अधिक थी, लेकिन महीने-दर-महीने इसमें स्थिरता देखी गई। इस स्थिरता का मुख्य कारण हाल ही में घोषित जीएसटी कटौती रही, जिसकी घोषणा 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इसके बाद, ग्राहकों ने कीमतों में कमी का इंतजार करना शुरू कर दिया।
इसका परिणाम यह हुआ कि अगस्त में पूछताछ और बुकिंग बढ़ीं, लेकिन बिक्री थम गई। ग्राहक अब 22 अगस्त से लागू होने वाली नई जीएसटी दरों का इंतजार कर रहे थे। FADA के अनुसार, अगस्त में पूछताछ अच्छी रही, लेकिन खरीद प्रक्रिया धीमी रही। कई खरीदार 22 सितंबर को जीएसटी 2.0 लागू होने तक इंतजार करना चाहते थे, जिससे सभी वर्गों में बिक्री में सुस्ती आई। हालांकि, सितंबर से बिक्री में सुधार की उम्मीद है।
अगस्त में यात्री वाहनों (कार और एसयूवी) की बिक्री 3,23,256 यूनिट रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 0.93% अधिक थी, लेकिन महीने-दर-महीने 1.63% कम रही। महीने की शुरुआत में ओणम और गणेश चतुर्थी के कारण डिलीवरी में तेजी रही, लेकिन दूसरी छमाही में ग्राहकों ने जीएसटी बदलावों का लाभ उठाने के लिए खरीदारी को टाल दिया। भारी बारिश और शहरी बाढ़ के कारण शोरूम में भीड़ कम रही। FADA के अध्यक्ष सीएस विग्नेश्वर का मानना है कि त्योहारी सीजन सितंबर के अंत से शुरू होगा, जिससे बिक्री में सुधार होगा। ब्याज दरें घट रही हैं और जीएसटी में पारदर्शिता आ रही है, जिससे यात्री वाहनों की बिक्री में तेजी आने की उम्मीद है।
अगस्त में दोपहिया वाहनों की बिक्री 13,73,675 यूनिट रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.18% अधिक और महीने-दर-महीने 1.34% बढ़ी। पूछताछ अच्छी रही, लेकिन कई राज्यों में भारी बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में खरीदारी धीमी रही। स्कूटर की बिक्री मजबूत रही, जबकि कम्यूटर मोटरसाइकिल की खरीदारी टलती रही। डीलरों ने सितंबर-अक्टूबर के लिए अधिक बुकिंग दर्ज की, जिससे पता चलता है कि मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है।
FADA का मानना है कि अगस्त की मांग खत्म नहीं हुई है, बल्कि स्थगित हो गई है। सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 6.3 से 6.8% पर स्थिर है, मुद्रास्फीति कम है और मानसून अच्छा है। ये सभी कारक त्योहारी सीजन में अच्छी मांग का संकेत दे रहे हैं। सितंबर दो भागों में बंटा होगा। पहला, श्राद्ध के दौरान शांत रहेगा, लेकिन 22 सितंबर के बाद, जब जीएसटी 2.0 और नवरात्रि एक साथ आएंगे, तो यात्री वाहन, दोपहिया, वाणिज्यिक वाहन (CV) और तिपहिया वाहनों में दबी हुई मांग से बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।