मारुति सुजुकी इंडिया ने e-Vitara का निर्यात आरंभ कर दिया है। पिछले महीने 2,900 से अधिक यूनिट्स यूरोप भेजी गईं। ये गाड़ियाँ गुजरात के पीपावाव पोर्ट से यूके, जर्मनी, नॉर्वे, फ्रांस, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, स्वीडन, हंगरी, आइसलैंड, ऑस्ट्रिया और बेल्जियम सहित 12 यूरोपीय देशों में भेजी गईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अगस्त को गुजरात स्थित फैक्ट्री से पहली ई-विटारा को रवाना किया। Maruti Suzuki e-Vitara को मारुति सुजुकी की हंसलपुर स्थित फैक्ट्री में विशेष रूप से बनाया गया है। मारुति सुजुकी इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ हिसाशी ताकेउची ने इस पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की।
कंपनी की योजना इस मॉडल को 100 से अधिक देशों में निर्यात करने की है, साथ ही इसे घरेलू बाजार में भी बेचा जाएगा। अगस्त में मारुति सुजुकी का कुल निर्यात 40% बढ़कर 36,538 यूनिट्स तक पहुंच गया, जबकि पिछले साल यह 26,003 यूनिट्स था।
यूरोप को ई-विटारा का निर्यात मारुति सुजुकी के लिए एक रणनीतिक कदम है, जो उसे दुनिया के सबसे प्रतिस्पर्धी इलेक्ट्रिक वाहन बाजारों में प्रवेश करने में मदद करेगा। 2,900 कारों का निर्यात भारत की बढ़ती विनिर्माण क्षमता का प्रतीक है।
मारुति e-Vitara भारत में Hyundai Creta Electric, MG ZS EV, Tata Curve EV और Mahindra BE 6 के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी। इसकी शुरुआती कीमत लगभग 20 लाख रुपये होने की उम्मीद है, और इसका उत्पादन सुजुकी की गुजरात फैक्ट्री में किया जाएगा।