दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो उन्नत सुरक्षा प्रणालियों को तोड़कर महंगी कारों की चोरी करते थे। यह गिरोह दिल्ली में सक्रिय था, लेकिन इसका संचालन दुबई से होता था। चोरों का निशाना लग्जरी कारें होती थीं, जिनमें उन्नत सुरक्षा सिस्टम लगे होते थे। गिरोह का तरीका था कि वे कार के विंडस्क्रीन पर लगे होलोग्राम से सुरक्षा कोड की फोटो खींचते थे, जिसे दुबई में बैठे उनके साथी हैक करते थे।
दुबई में बैठे विशेषज्ञ उस कोड को हैक करके नया कोड बनाते थे। फिर गिरोह कार का शीशा तोड़कर कोड डालते और गाड़ी स्टार्ट कर देते थे। वे GPS जैमर का उपयोग करके GPS सिस्टम को ब्लॉक कर देते थे, जिससे गाड़ी मालिक को अलर्ट नहीं मिलता था। इस गिरोह ने टोयोटा फॉर्च्यूनर, इनोवा, हुंडई क्रेटा और किआ सेल्टोस जैसी कारों को निशाना बनाया। वे चोरी के लिए महंगे उपकरण जैसे GPS जैमर, प्रोग्रामिंग मशीन और की-मेकिंग मशीन का इस्तेमाल करते थे।
महंगी कारों में हाईटेक फीचर्स होते हैं, जिन्हें बिना चाबी या रिमोट के संचालित किया जा सकता है। ये कारें मोबाइल ऐप से भी कंट्रोल की जा सकती हैं। पुलिस के अनुसार, चोर इन कोड की मदद से कारों की सुरक्षा प्रणालियों को अनलॉक करते थे। सड़कों पर चलने वाले वाहनों के लिए विंडशील्ड पर होलोग्राम वाला निरीक्षण स्टिकर लगाना अनिवार्य है, जिसमें कार की तकनीकी जानकारी और सुरक्षा कोड शामिल होते हैं।