इंग्लैंड की एशेज श्रृंखला में करारी हार के बाद ब्रेंडन मैक्कुलम के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है। इस बीच, पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर मोंटी पनेसर ने टीम के अगले हेड कोच के तौर पर भारतीय क्रिकेट के दिग्गज रवि शास्त्री का नाम आगे किया है। मैक्कुलम को 2022 में ECB द्वारा नियुक्त किया गया था, लेकिन हालिया परिणाम चिंताजनक रहे हैं।
हालांकि मैक्कुलम के कार्यकाल की शुरुआत शानदार रही थी, जब उन्होंने और कप्तान बेन स्टोक्स ने मिलकर इंग्लैंड को टेस्ट क्रिकेट में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया था, लेकिन हालिया प्रदर्शन चिंता का विषय है। ऑस्ट्रेलिया और भारत के खिलाफ पिछली श्रृंखलाओं में इंग्लैंड का प्रदर्शन फीका रहा है, जिससे उन्हें पिछले 33 में से 16 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। वर्तमान एशेज में, बाकी बचे दो मैचों से पहले इंग्लैंड 0-3 से पिछड़ रहा है।
पनेसर ने इस बात पर जोर दिया कि ऑस्ट्रेलिया को हराने का अनुभव महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “यह देखना महत्वपूर्ण है कि कौन जानता है कि ऑस्ट्रेलिया को कैसे मात देनी है? उनकी कमजोरियों को कैसे उजागर करना है?” इसी संदर्भ में उन्होंने रवि शास्त्री का नाम लिया।
रवि शास्त्री के नेतृत्व में, भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में दो बार ऐतिहासिक टेस्ट श्रृंखला जीती है। 2018-19 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में यह भारत की ऑस्ट्रेलिया में पहली जीत थी। इसके बाद 2020-21 में, कई प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति और एडिलेड में केवल 36 रन पर ऑल आउट होने जैसी बड़ी चुनौतियों के बावजूद, भारत ने एक बार फिर कंगारूओं को उनके घर में हराया।
मैक्कुलम ने खुद स्वीकार किया है कि उन पर कितना दबाव है, लेकिन उन्होंने कहा कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, “यह मेरे हाथ में नहीं है। मैं सीखता रहूंगा और सुधार करूंगा।” उन्होंने आगे कहा कि यह भूमिका “मजेदार” है और वह खिलाड़ियों के साथ मिलकर टीम को सफलता दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया में शास्त्री के सफल कोचिंग रिकॉर्ड को देखते हुए, कई लोग उन्हें इंग्लैंड के लिए एक उपयुक्त विकल्प मान रहे हैं। उनकी रणनीतिक सूझबूझ और खिलाड़ियों को प्रेरित करने की क्षमता को इंग्लैंड क्रिकेट के लिए एक बड़ा संबल माना जा सकता है। ECB अब यह तय करेगा कि क्या वह मैक्कुलम के साथ बने रहना चाहता है या शास्त्री जैसे सिद्ध कोच को लाकर टीम में नई ऊर्जा का संचार करना चाहता है।
