वर्ष 2025 वैश्विक मंच पर उथल-पुथल भरा रहा, जहाँ अनगिनत घटनाओं ने देशों के बीच संबंधों, आर्थिक व्यवस्थाओं और अंतर्राष्ट्रीय शक्ति समीकरणों को गहराई से प्रभावित किया। इस साल ने दुनिया को कई महत्वपूर्ण मोड़ों से गुजारा, जिनमें गंभीर संघर्ष, कूटनीतिक चुनौतियाँ और आर्थिक उतार-चढ़ाव शामिल थे।
**2025 में दुनिया को बदलने वाली प्रमुख वैश्विक घटनाएँ:**
* **ट्रंप की अमेरिकी सत्ता में वापसी:** जनवरी 2025 में, डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला। 2024 के चुनावों में उनकी जीत ने अमेरिकी नीतियों में एक बड़े परिवर्तन का संकेत दिया, जिसका वैश्विक मंच पर गहरा असर पड़ा।
* **भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव:** 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने दोनों देशों के बीच फिर से तनाव बढ़ा दिया। इस घटना के बाद, भारतीय सेना ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओजेके में आतंकवादी बुनियादी ढांचों को निशाना बनाया, जिसने सीमा पर स्थिति को और गंभीर बना दिया।
* **यूक्रेन युद्ध का लंबा खिंचना:** रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध 2025 में भी जारी रहा, जिससे वैश्विक सुरक्षा और ऊर्जा बाजारों में अस्थिरता बनी रही। अमेरिका और राष्ट्रपति ट्रंप के प्रयासों के बावजूद, शांति वार्ता निर्णायक साबित नहीं हुई।
* **ईरान और इज़राइल के बीच टकराव:** 2025 की पहली छमाही में मध्य पूर्व में तनाव चरम पर था, जब ईरान और इज़राइल के बीच सीधा टकराव हुआ। इस 12 दिन के संघर्ष में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमले किए। अमेरिका ने भी हस्तक्षेप किया, राष्ट्रपति ट्रंप ने यह स्पष्ट करते हुए कि वाशिंगटन ने ईरान के परमाणु स्थलों पर कार्रवाई की।
* **अमेरिका-चीन व्यापार संबंध में गिरावट:** दोनों महाशक्तियों के बीच व्यापार और तकनीकी वर्चस्व को लेकर प्रतिस्पर्धा बढ़ी। अमेरिकी टैरिफ के जवाब में चीन की जवाबी कार्रवाई ने वैश्विक व्यापार को प्रभावित किया और आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित किया।
* **दक्षिण एशिया में विरोध प्रदर्शनों की लहर:**
* बांग्लादेश में एक गंभीर घटना के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। भारत में भी, दीपू चंद्र दास की हत्या के विरोध में लोगों ने सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग की।
* पाकिस्तान में, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की स्वास्थ्य स्थिति को लेकर चिंता के कारण विरोध प्रदर्शन हुए।
* नेपाल में, भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन और प्रस्तावित इंटरनेट सेंसरशिप के कारण बड़े पैमाने पर विरोध हुए, जिसके फलस्वरूप तत्कालीन सरकार को इस्तीफा देना पड़ा।
वर्ष 2025 के समापन के साथ, दुनिया एक अनिश्चित भविष्य की ओर बढ़ रही है, जहाँ संघर्ष, बदलती अर्थव्यवस्थाएँ और नए राजनीतिक समीकरण वैश्विक व्यवस्था को नया रूप दे रहे हैं।
