भारतीय क्रिकेट के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 विकेट का आंकड़ा पार कर लिया है। यह उपलब्धि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 मैच में हासिल की, लेकिन उनके इस ऐतिहासिक विकेट के तरीके को लेकर अब चर्चा तेज हो गई है। तीसरे अंपायर के एक फैसले पर सवाल उठ रहे हैं, जिसने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है।
बुमराह ने कटक में खेले गए मैच के दौरान टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपने 100 शिकार पूरे किए। यह उनके करियर का एक बड़ा पड़ाव है। वह तीनों फॉर्मेट में 100 विकेट लेने वाले एकमात्र भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। लेकिन, डीवाल्ड ब्रेविस का 100वां विकेट लेते समय एक ऐसी घटना हुई जिसने सभी का ध्यान खींचा।
हुआ यूं कि बुमराह ने डीवाल्ड ब्रेविस को 11वें ओवर में एक गेंद डाली, जिस पर ब्रेविस ने शॉट खेलने की कोशिश की और सूर्यकुमार यादव ने कैच लपक लिया। हालांकि, कैच लेने के बाद अंपायर ने तीसरे अंपायर से फ्रंट फुट की जांच करवाई। रिप्ले में ऐसा प्रतीत हो रहा था कि बुमराह का पैर क्रीज से थोड़ा आगे था, यानी यह एक नो-बॉल हो सकती थी। लेकिन, तीसरे अंपायर ने इसे वैध गेंद माना और ब्रेविस को आउट करार दिया।
कई लोगों के लिए, खासकर जो मैच देख रहे थे, यह फैसला हैरान करने वाला था। बुमराह के पैर की पोजीशन को लेकर संदेह था, क्योंकि एक तरफ रनर और दूसरी तरफ फील्डर होने से स्पष्ट दृश्य नहीं मिल पा रहा था। मैच कमेंट्री कर रहे पोमी मबांगवा ने भी इस पर संदेह जताया था। इसके बाद, एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर फैंस ने जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। कई यूजर्स ने अंपायरिंग पर सवाल उठाते हुए इसे ‘पुअर अंपायरिंग’ बताया और तीसरे अंपायर की नजरों पर भी सवाल उठाए।
यह जानना महत्वपूर्ण है कि इस निर्णय का खेल के अंतिम परिणाम पर कोई खास असर नहीं पड़ा। जब ब्रेविस आउट हुए, तब तक दक्षिण अफ्रीकी टीम पहले से ही दबाव में थी। 10 ओवरों के बाद उनका स्कोर 68/6 था और जीत के लिए उन्हें आखिरी 10 ओवरों में 107 रनों की सख्त जरूरत थी, जबकि उनके पास एक भी प्रमुख बल्लेबाज क्रीज पर नहीं था।
बुमराह ने उसी ओवर में केशव महाराज को भी आउट किया। इसके बाद, अक्षर पटेल और शिवम दुबे ने भी विकेट लिए, जिससे दक्षिण अफ्रीका की टीम 74 रन पर ही सिमट गई। यह टी20 अंतरराष्ट्रीय में उनका अब तक का सबसे कम स्कोर है। भारत ने यह मुकाबला 101 रनों के बड़े अंतर से जीत लिया।
