दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे श्रृंखला में जीत के बाद, भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने अनुभवी खिलाड़ियों रोहित शर्मा और विराट कोहली के 2027 विश्व कप में खेलने की संभावनाओं पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। गंभीर ने स्पष्ट किया कि इन दोनों दिग्गजों का अनुभव टीम के लिए अनमोल है और वे 50 ओवर के प्रारूप में योगदान देना जारी रखेंगे।
भारत ने विशाखापत्तनम में खेले गए तीसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से जीत ली। इस जीत के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, गंभीर ने रोहित और विराट की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे अपनी गुणवत्ता के अनुसार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सफेद गेंद क्रिकेट, विशेष रूप से वनडे में उनका अनुभव अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह बयान उन चिंताओं को दूर करने में मदद करेगा जो हाल के हफ्तों में दोनों खिलाड़ियों के टीम में भविष्य को लेकर उठाई जा रही थीं, खासकर जब से वे केवल एक-एक प्रारूप में खेल रहे हैं।
गंभीर ने कहा, “वे (रोहित और कोहली) विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं। वे इस प्रारूप के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उनका अनुभव ड्रेसिंग रूम के लिए अमूल्य है। वे वही कर रहे हैं जो वे करते आए हैं और लंबे समय से करते आ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि वे भविष्य में भी ऐसा ही करते रहेंगे, क्योंकि सफेद गेंद और विशेषकर 50 ओवर के प्रारूप में उनका योगदान हमेशा महत्वपूर्ण रहेगा।”
विराट कोहली और रोहित शर्मा, जो 2027 विश्व कप तक 40 वर्ष की आयु के करीब होंगे, फिर भी भारतीय टीम की योजनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बने हुए हैं। उनके निरंतर शानदार प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं को उनके भविष्य के बारे में कठिन निर्णय लेने से रोक दिया है। रोहित शर्मा को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का पुरस्कार मिला था, जबकि विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए दो शतक और कुल 300 से अधिक रन बनाए, जिससे वे श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए।
गंभीर ने टीम के युवा प्रतिभाओं, ऋतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल की भी जमकर तारीफ की। दोनों ने चोटिल खिलाड़ियों की जगह लेते हुए श्रृंखला में पदार्पण किया और दोनों ने ही शतक जड़कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। गायकवाड़ के बारे में गंभीर ने कहा, “ऋतुराज एक गुणवत्ता वाला खिलाड़ी है। हमने उसे इंडिया ‘ए’ में उसके फॉर्म के कारण मौका दिया। उसने दूसरे मैच में दबाव में शतकीय पारी खेलकर साबित कर दिया कि वह एक बेहतरीन खिलाड़ी है।” यशस्वी जायसवाल के बारे में उन्होंने कहा, “यशस्वी में भी अपार क्षमता है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में। यह उसके सफेद गेंद क्रिकेट करियर की बस शुरुआत है। मुझे उम्मीद है कि उसका भविष्य बहुत उज्ज्वल होगा, ठीक वैसे ही जैसे ऋतुराज का।”
