भारत सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, बैंकों में पड़ी ₹190 करोड़ की लावारिस जमा राशि को नागरिकों को वापस दिलाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी पहल शुरू की है। ये वे फंड हैं जो लगभग पांच लाख लोगों से संबंधित हैं और वर्षों से इसलिए पड़े हैं क्योंकि खाताधारक उन्हें भूल गए या उनकी मृत्यु के बाद उनके वारिसों को इसकी जानकारी नहीं थी।
अधिकारियों के अनुसार, विभिन्न कारणों से लोग अपने पुराने बैंक खातों का ट्रैक खो देते हैं, जैसे नौकरी बदलना, शहर बदलना या बैंक बदलना। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां मृतक खाताधारकों के परिवार को उनकी बचत के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, जिसके चलते यह राशि ‘लावारिस’ (unclaimed) के रूप में वर्गीकृत हो गई।
इस समस्या के समाधान के लिए, सरकार ने ‘आपकी पूंजी, आपका अधिकार’ नाम से एक विशेष योजना चलाई है। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ‘UDGAM’ नामक एक ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया है, जो नागरिकों को विभिन्न बैंकों में पड़ी अपनी लावारिस जमा राशि को खोजने में मदद करता है। यह पोर्टल नाम, मोबाइल नंबर, पैन कार्ड या जन्म तिथि जैसे विवरणों का उपयोग करके एक साथ कई बैंकों में खोज की सुविधा देता है।
यदि पोर्टल पर कोई लावारिस जमा राशि मिलती है, तो यह संबंधित बैंक और राशि के बारे में जानकारी देगा। इसके बाद, दावेदार अपनी पहचान सत्यापित करके उस बैंक से संपर्क कर सकते हैं या ऑनलाइन प्रक्रिया का पालन करके राशि का दावा कर सकते हैं। अधिकारियों का जोर है कि यह प्रक्रिया बेहद सरल रखी गई है ताकि आम नागरिक बिना किसी परेशानी के अपनी राशि वापस प्राप्त कर सकें।
सरकार ने नागरिकों से इस अवसर का लाभ उठाने और ‘UDGAM’ पोर्टल पर जाकर यह जांचने का अनुरोध किया है कि क्या उनका या उनके प्रियजनों का कोई पैसा बैंकों में फंसा हुआ है, जिसे वापस पाया जा सकता है। यह स्पष्ट किया गया है कि यह धन जनता का है और इसे वापस करना सरकार का कर्तव्य है।
