रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को भारत आगमन के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उच्च-स्तरीय वार्ता का आगाज करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी उनके स्वागत में एक विशेष रात्रिभोज का आयोजन करेंगे, जो द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह 23वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर बैठक का हिस्सा है, जिसमें रक्षा, ऊर्जा और व्यापार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा होगी।
यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका ने रूस के साथ भारत के रक्षा सौदों को लेकर प्रतिबंध लगाए हैं। ऐसे में, इन प्रतिबंधों के प्रभाव को कम करने और व्यापार को सुचारू बनाए रखने के तरीकों पर विचार-विमर्श प्राथमिकता रहेगा।
**वार्ता के मुख्य एजेंडे:**
भारत और रूस के बीच यह वार्षिक शिखर बैठक शुक्रवार, 6 दिसंबर को होनी तय है। यूक्रेन युद्ध के बाद राष्ट्रपति पुतिन की यह पहली भारत यात्रा है, जो कूटनीतिक स्तर पर विशेष महत्व रखती है।
**रक्षा क्षेत्र में नई उड़ान:**
यात्रा से ठीक पहले, रूस ने भारत के साथ एक बड़े रक्षा समझौते को हरी झंडी दे दी है। रिपोर्टों के अनुसार, भारत की पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की आवश्यकता को देखते हुए, रूस के अत्याधुनिक Su-57 लड़ाकू विमानों की खरीद पर बातचीत हो सकती है।
**आर्थिक संबंधों को बढ़ावा:**
अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद भारत-रूस व्यापार को सुरक्षित रखने के लिए एक रणनीति तैयार की जाएगी। भारत, रूस से तेल खरीद में वृद्धि के कारण बढ़े व्यापार घाटे को कम करने पर भी जोर देगा। साथ ही, तेल व्यापार पर पड़ने वाले अमेरिकी प्रतिबंधों के असर पर भी चर्चा की जाएगी।
**ऊर्जा और आवागमन:**
रूस भारत को छोटे मॉड्यूलर परमाणु रिएक्टरों की पेशकश कर सकता है। इसके अतिरिक्त, भारतीय श्रमिकों के लिए रूस में काम करने की प्रक्रिया को आसान बनाने वाले समझौते पर भी हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के साथ भारत के मुक्त व्यापार समझौते के प्रस्ताव पर भी चर्चा होने की संभावना है।
**पुतिन का यात्रा कार्यक्रम:**
राष्ट्रपति पुतिन गुरुवार शाम करीब 4:30 बजे दिल्ली पहुंचेंगे। शाम को प्रधानमंत्री मोदी के साथ रात्रिभोज होगा। शुक्रवार को, हैदराबाद हाउस में औपचारिक स्वागत और शिखर बैठक होगी। राष्ट्रपति पुतिन संभवतः सुबह राज घाट पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। शिखर बैठक के बाद, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से आयोजित राजकीय भोज में भी वह शामिल होंगे। वे रूसी मीडिया आउटलेट RT के नए भारतीय चैनल का भी अनावरण कर सकते हैं।
