छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने एक बड़ी नक्सल विरोधी कार्रवाई को अंजाम दिया है। गेनलूर जंगल इलाके में हुई इस मुठभेड़ में 12 खूंखार नक्सलियों को मार गिराया गया। हालांकि, इस सफल ऑपरेशन के दौरान जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के तीन बहादुर जवान शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए। यह इलाका दंतेवाड़ा जिले की सीमा से लगता है, जहाँ नक्सलियों की सक्रियता बनी रहती है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम नक्सल उन्मूलन अभियान पर निकली थी। इसी दौरान नक्सलियों के एक समूह के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई, जो काफी देर तक चली। शहीद जवानों में डीआरजी बीजापुर के हैड कांस्टेबल मोनू वडाडी, कांस्टेबल दुकारू गोंडे और जवान रमेश सोढ़ी शामिल हैं। घायलों को तुरंत सुरक्षित निकालकर इलाज के लिए भेजा गया है, उनकी हालत स्थिर है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पिलिंगम ने पुष्टि की है कि मुठभेड़ स्थल से 12 नक्सलियों के शवों के साथ-साथ एसएलआर, इंसास राइफल, .303 राइफल और अन्य हथियार व भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ों में मरने वाले नक्सलियों की कुल संख्या 268 तक पहुँच गई है। इनमें से अधिकांश बस्तर संभाग से हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही दंतेवाड़ा में 37 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी किया था, जिनमें से 27 पर इनाम घोषित था।
